
उत्तराखंड: ऑपरेशन सिंदूर के बाद हाई अलर्ट पर दून पुलिस, संदिग्धों से थानों में पूछताछ जारी
देहरादून: पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) में भारतीय सेना द्वारा आतंकियों के खिलाफ की गई बड़ी कार्रवाई ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के बाद उत्तराखंड की राजधानी देहरादून में सुरक्षा एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। जिले के शहरी और ग्रामीण इलाकों में मंगलवार तड़के से ही पुलिस और अर्द्धसैनिक बलों की टीमों ने व्यापक स्तर पर चेकिंग और सत्यापन अभियान शुरू कर दिया है।
देहरादून पुलिस की टीमें संदिग्ध व्यक्तियों की पहचान करने के लिए होटलों, धर्मशालाओं, सार्वजनिक स्थलों और किराए के मकानों में बाहरी लोगों का सत्यापन कर रही हैं। कुछ संदिग्धों को हिरासत में लेकर थानों में पूछताछ की जा रही है। एसएसपी देहरादून द्वारा जिले भर की पुलिस को अलर्ट पर रखा गया है और सुरक्षा व्यवस्था को चाक-चौबंद किया गया है।
भारत की जवाबी कार्रवाई: ऑपरेशन सिंदूर
22 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए आतंकी हमले के ठीक 15 दिन बाद भारत ने बड़ा एक्शन लिया। मंगलवार आधी रात के बाद भारतीय सेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत पाकिस्तान और पीओके में आतंकियों के नौ ठिकानों को तबाह कर दिया। ये ठिकाने जैश-ए-मोहम्मद, लश्कर-ए-तैय्यबा, हिज्बुल मुजाहिदीन समेत अन्य आतंकी संगठनों के थे।
ऑपरेशन की शुरुआत से पहले सेना ने सोशल मीडिया पर वीडियो पोस्ट कर लिखा था, “हमले को तैयार, जीतने को बेकरार।” कुछ ही समय बाद स्ट्राइक की खबर सामने आई और फिर सेना ने लिखा, “न्याय हुआ, जय हिंद!”
ऑपरेशन के प्रमुख बिंदु:
- ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान और पीओके में कुल 9 आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया गया।
- भारतीय सेना ने यह स्पष्ट किया कि किसी भी पाकिस्तानी सैन्य ठिकाने पर हमला नहीं किया गया।
- यह कार्रवाई भारत की आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता (Zero Tolerance) नीति को दर्शाती है।
- पाकिस्तानी मीडिया का दावा है कि हमलों में 30 लोगों की मौत और 25 लोग घायल हुए हैं, और देश में छह स्थानों पर कुल 24 मिसाइल हमले किए गए।
देहरादून समेत पूरे राज्य में अलर्ट के चलते आम नागरिकों से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध गतिविधि की सूचना तुरंत पुलिस को देने की अपील की गई है। पुलिस का यह अभियान अगले कुछ दिनों तक जारी रह सकता है।
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