
Robbers Cave (गुच्चूपानी): देहरादून की रहस्यमयी गुफा, जहां कभी छिपते थे कुख्यात डाकू
देहरादून — उत्तराखंड की राजधानी देहरादून शांत पहाड़ियों, हरियाली और सुकून देने वाले मौसम के लिए मशहूर है, लेकिन इसी शहर में एक ऐसी गुफा भी है, जिसके इतिहास में रोमांच और रहस्य छिपा है। हम बात कर रहे हैं Robbers Cave, जिसे स्थानीय लोग गुच्चूपानी के नाम से जानते हैं।
यह गुफा आज एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है, लेकिन कभी यह डाकुओं का सुरक्षित ठिकाना हुआ करती थी। कहा जाता है कि ब्रिटिश राज के दौरान डाकू सुल्ताना और मान सिंह जैसे कुख्यात लुटेरे यहां छिपा करते थे। गुफा की संकरी और पेचीदा बनावट के कारण अंग्रेजी पुलिस के लिए डाकुओं को पकड़ना बेहद मुश्किल होता था। इसी वजह से इसे ‘Robbers Cave’ नाम दिया गया।
गुफा की विशेषताएं और रहस्य
- यह गुफा लगभग 600 मीटर लंबी है और दो हिस्सों में बंटी हुई है।
- इसके बीचों-बीच एक संकरी नदी बहती है, जिसमें पानी आमतौर पर घुटनों तक होता है। गर्मियों में इस ठंडे पानी में चलने का एहसास बेहद सुकूनदायक होता है।
- गुफा का सबसे चौंकाने वाला हिस्सा वह है, जहां पानी अचानक ज़मीन से निकलता है और फिर कुछ दूरी पर अचानक गायब हो जाता है, जैसे कोई जादू हो रहा हो।
- सूरज की रोशनी जब पानी में गिरती है तो वहां मौजूद कंकड़ क्रिस्टल की तरह चमकते हैं, जो देखने में बेहद सुंदर लगता है।
कैसे पहुंचे रॉबर्स केव?
- स्थान: देहरादून शहर से सिर्फ 8 किलोमीटर दूर।
- आने-जाने के साधन: कार, स्कूटी, टैक्सी या लोकल ऑटो द्वारा आसानी से पहुंचा जा सकता है।
- अंतिम बिंदु है अनारवाला गांव, जहां से थोड़ी दूरी पैदल तय कर गुफा तक पहुंचा जा सकता है।
- निकटतम रेलवे स्टेशन: देहरादून जंक्शन (6 किमी दूर)
- निकटतम एयरपोर्ट: जौलीग्रांट एयरपोर्ट, देहरादून
प्रवेश शुल्क और समय
- एंट्री फीस: ₹35 प्रति व्यक्ति
- लॉकर और चेंजिंग रूम: ₹30 और ₹20 क्रमशः
- समय: सुबह 7 बजे से शाम 6 बजे तक खुला रहता है
क्यों है यह जगह खास?
Robbers Cave सिर्फ एक पर्यटन स्थल नहीं, बल्कि इतिहास, प्रकृति और रोमांच का अद्भुत संगम है। यहां आकर आप न सिर्फ डाकुओं से जुड़े इतिहास को महसूस कर सकते हैं, बल्कि ठंडे पानी, शांत वातावरण और खूबसूरत दृश्यों में खुद को तरोताज़ा भी कर सकते हैं।
देहरादून की यात्रा तब तक अधूरी है, जब तक आप ‘गुच्चूपानी’ नहीं देख लेते।