ईरान-इज़राइल युद्ध में नया मोड़: अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु और सैन्य ठिकानों पर किया हमला!!

ईरान-इज़राइल युद्ध में नया मोड़: अमेरिका ने ईरान के तीन परमाणु और सैन्य ठिकानों पर किया हमला
वॉशिंगटन/तेहरान: अमेरिका ने ईरान में स्थित तीन प्रमुख परमाणु और सैन्य ठिकानों — नतांज़, फोर्डो और इस्फहान पर हमला कर दिया है, जिससे ईरान-इज़राइल युद्ध और अधिक गंभीर होता जा रहा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इन हमलों को “बेहद सफल” बताते हुए कहा कि फोर्डो साइट इस कार्रवाई का मुख्य निशाना थी। ईरान की सरकारी समाचार एजेंसी IRNA ने रविवार सुबह (22 जून, 2025) इन तीनों ठिकानों पर हमले की पुष्टि की है।
इससे पहले 13 जून को इज़राइल ने ईरान पर एक अचानक हमला किया था, जिसे उसने “ईरान द्वारा परमाणु बम बनाए जाने की आशंका” के मद्देनज़र जरूरी और सुरक्षात्मक कार्रवाई बताया था।
ईरान, जो लंबे समय से अपने परमाणु कार्यक्रम को शांतिपूर्ण बताता रहा है, ने इसके जवाब में इज़राइल पर मिसाइल और ड्रोन हमलों की श्रृंखला शुरू कर दी थी। वहीं, इज़राइल भी लगातार ईरान के अंदर रणनीतिक ठिकानों पर हमले करता रहा है।
अब तक अमेरिका केवल ईरान के इज़राइल पर हमलों को विफल करने में मदद कर रहा था और उसने सीधे ईरान पर कोई हमला नहीं किया था। हालांकि, अब अमेरिका ने भी ईरान की धरती पर सीधा सैन्य प्रहार कर इस युद्ध को एक नए स्तर पर पहुंचा दिया है।
इन हमलों के बाद, ईरानी संसद के स्पीकर मोहम्मद ग़ालिबाफ़ के वरिष्ठ सलाहकार मेहदी मोहम्मदी ने सोशल मीडिया पर कहा, “फोर्डो साइट पर हमले की आशंका पहले से थी, इसलिए पहले ही इसे खाली करा लिया गया था और हुए नुकसान स्थायी नहीं हैं।” उन्होंने आगे लिखा, “ज्ञान को बम से नष्ट नहीं किया जा सकता।”
अमेरिका और ईरान के बीच इससे पहले कुछ समझौतों को लेकर बातचीत चल रही थी, जिसमें अमेरिका अपने कड़े आर्थिक प्रतिबंधों को कुछ हद तक हटाने के बदले ईरान से यूरेनियम संवर्धन को सीमित या समाप्त करने की मांग कर रहा था। लेकिन अब इस सैन्य कार्रवाई के बाद इन कूटनीतिक प्रयासों पर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है।