
उत्तराखंड में अलकनंदा का रौद्र रूप, धारी देवी मंदिर तक पहुंचा पानी
रुद्रप्रयाग:
उत्तराखंड में भारी मानसूनी बारिश के चलते अलकनंदा नदी का जलस्तर तेजी से बढ़कर खतरे के निशान के बेहद करीब पहुँच गया है। विभागीय जानकारी के अनुसार, नदी का जलस्तर 535.80 मीटर तक दर्ज किया गया है, जो खतरे के स्तर से सिर्फ कुछ इंच नीचे है।
लगातार बढ़ते जलस्तर ने हालात गंभीर बना दिए हैं। बद्रीनाथ हाईवे के सिरोबगड़ क्षेत्र में अलकनंदा नदी का पानी नेशनल हाईवे पर फैल गया है, जिससे वाहनों की आवाजाही पूरी तरह ठप हो गई है।
सबसे चिंताजनक नजारा धारी देवी मंदिर का है, जहाँ नदी का उफनता पानी मंदिर के प्लेटफॉर्म तक पहुँच गया है। श्रद्धालुओं और स्थानीय लोगों के लिए यह दृश्य आस्था और चिंता, दोनों भाव एक साथ जगा रहा है।
लोगों का कहना है कि 2013 की विनाशकारी आपदा के बाद पहली बार अलकनंदा ने इतना विकराल रूप दिखाया है। सिरोबगड़ के पास ‘मिनी गोवा बीच’ नामक स्थान पर भी नदी का पानी सड़क पर आ गया है और यातायात पूरी तरह से बंद है।
अलकनंदा नदी का प्रचंड वेग और उसका धारी देवी मंदिर तक पहुँचना लोगों को डरा रहा है, लेकिन साथ ही माँ धारी देवी की अडिगता आस्था को भी मजबूत कर रही है। प्रशासन हालात पर लगातार नजर बनाए हुए है और लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है।



