बीजेपी ने पश्चिम बंगाल मिशन की तैयारियों को दी रफ्तार, आरएसएस की मदद से तीन-स्तरीय रणनीति पर काम शुरू!!

पश्चिम बंगाल में 2026 विधानसभा चुनाव से पहले बीजेपी ने अब से ही अपनी चुनावी तैयारियों को तेज कर दिया है। पार्टी ने राज्य के हर ग्रामीण और शहरी इलाके में अपनी पकड़ मजबूत करने के लिए तीन-स्तरीय रणनीति पर काम शुरू कर दिया है, जिसमें राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) भी अहम भूमिका निभा रहा है।
इस रणनीति के तहत, आरएसएस के कार्यकर्ता, ओपीनियन लीडर्स और बीजेपी बूथ स्तर के कार्यकर्ता मिलकर शांत तरीके से जनता के बीच राजनीतिक माहौल तैयार कर रहे हैं। उनका उद्देश्य है लोगों में “बदलाव” का संदेश पहुंचाना।
बीजेपी ने पिछले कुछ वर्षों में बंगाल की राजनीति में अपनी पकड़ को काफी मजबूत किया है। एक समय पर तीन दशकों तक राज करने वाले वामपंथी दलों और कांग्रेस को पीछे छोड़ते हुए अब मुकाबला सीधे टीएमसी और ममता बनर्जी से है।
तीन से 77 सीटों तक पहुंची थी बीजेपी:
पिछले विधानसभा चुनाव में बीजेपी ने रिकॉर्ड बढ़त दर्ज की थी। पार्टी ने अपनी सीटें 3 से बढ़ाकर 77 तक पहुंचा दी थीं। वहीं कांग्रेस और वामपंथी दल एक भी सीट नहीं जीत पाए थे। हालांकि ममता बनर्जी ने उस चुनाव में स्पष्ट बहुमत से जीत हासिल की थी, लेकिन बीजेपी को जमीनी स्तर पर मजबूत आधार मिल गया था।
ग्रामीण स्तर पर बढ़ाई पकड़:
पार्टी ने अब गांव-गांव तक नेटवर्क तैयार करने की रणनीति बनाई है। इसके लिए बीजेपी के कुशल संगठनात्मक रणनीतिकार सुनील बंसल को बड़ी जिम्मेदारी दी गई है।
बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं के मुताबिक, राज्य में घुसपैठ और भ्रष्टाचार जैसे मुद्दों पर लोगों में नाराजगी बढ़ रही है। साथ ही टीएमसी सरकार के खिलाफ एंटी-इनकंबेंसी का माहौल भी बनने लगा है। पार्टी का लक्ष्य है कि इस असंतोष को “बदलाव” के जनसमर्थन में बदला जाए।



