अयोध्या में रचा जाएगा नया इतिहास: विवाह पंचमी पर राम मंदिर के शिखर पर फहराएगा केसरिया धर्म ध्वज

मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की पवित्र नगरी अयोध्या एक बार फिर ऐतिहासिक पल की साक्षी बनने जा रही है। 25 नवंबर को विवाह पंचमी के शुभ अवसर पर राम मंदिर के शिखर पर पहली बार धर्म ध्वज फहराया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वयं इस ध्वज को फहराकर इस क्षण को यादगार बनाएंगे।
यह विशेष केसरिया ध्वज गुजरात के अहमदाबाद में तैयार किया जा रहा है। 22×11 फीट के आकार वाला यह ध्वज पैराशूट फैब्रिक से बना है, जो पूरी तरह वाटरप्रूफ और फायरप्रूफ है। तेज हवाओं में भी यह मजबूती से मंदिर के शिखर पर लहराएगा। इस पर कोबेदार वृक्ष, भगवान सूर्य की प्रतिमा और ‘ॐ’ का पवित्र चिन्ह अंकित रहेगा। सुरक्षा की दृष्टि से तीन समान ध्वज तैयार किए जा रहे हैं ताकि किसी आपात स्थिति में तुरंत बदला जा सके।
राम मंदिर ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देवगिरी महाराज ने बताया कि तैयारियां जोरों पर हैं। प्रधानमंत्री के आगमन को लेकर सुरक्षा एजेंसियां सतर्क हैं। इस ऐतिहासिक अवसर पर करीब 8,000 श्रद्धालु और अतिथि शामिल होंगे। धार्मिक अनुष्ठान 20 नवंबर से आरंभ होकर पांच दिनों तक चलेंगे।
गोविंद देवगिरी महाराज के अनुसार, यह केवल एक धार्मिक पर्व नहीं बल्कि राम मंदिर के पूर्णता अध्याय की शुरुआत है। आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत सहित अनेक संत-महात्मा इस क्षण के साक्षी बनेंगे। वैदिक मंत्रोच्चार और यज्ञों के बीच 25 नवंबर को धर्म ध्वज की स्थापना अयोध्या में एक नए युग की शुरुआत का प्रतीक बनेगी।



