
मुजफ्फरनगर: बुढ़ाना के डीएवी डिग्री कॉलेज में बकाया फीस को लेकर कथित प्रताड़ना से परेशान होकर आत्मदाह करने वाले छात्र उज्ज्वल (20) की दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में मौत हो गई। रविवार को उसकी मौत की खबर मिलते ही बागपत जिले के भड़ल गांव में मातम पसर गया। परिजनों ने कॉलेज प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाते हुए एफआईआर दर्ज कराने की मांग की।
परिजनों की तहरीर पर पुलिस ने कॉलेज प्रिंसिपल प्रदीप कुमार, मैनेजर अरविंद गर्ग समेत 6 लोगों के खिलाफ मामला दर्ज किया है। एसएसपी संजय वर्मा ने बताया कि आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए 5 विशेष टीमों का गठन किया गया है। वहीं, लापरवाही के आरोप में पहले ही सब-इंस्पेक्टर और दो सिपाहियों को निलंबित किया जा चुका है।
>क्या था पूरा मामला
शनिवार को क्लास के दौरान उज्ज्वल ने आत्मदाह का प्रयास किया था। साथियों ने दरवाजा तोड़कर उसे बाहर निकाला और तत्काल अस्पताल पहुंचाया गया। मेरठ से हालत गंभीर होने पर उसे दिल्ली रेफर किया गया, जहां दो दिन वेंटिलेटर पर रहने के बाद रविवार को उसकी मौत हो गई।
>बहन ने लगाए गंभीर आरोप
उज्ज्वल की बहन ने आरोप लगाया कि भाई की आर्थिक स्थिति कमजोर थी और फीस जमा न कर पाने के कारण कॉलेज प्रशासन ने उसे सार्वजनिक रूप से अपमानित और पिटवाया। उनका कहना है कि “अगर कॉलेज प्रबंधन ने इतनी सख्ती न दिखाई होती, तो आज उज्ज्वल जिंदा होता।”
>पुलिस की कार्रवाई
पुलिस ने प्रिंसिपल, मैनेजर और तीन पुलिसकर्मियों सहित छह लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। सभी की तलाश जारी है। एसएसपी संजय वर्मा ने कहा कि “जांच निष्पक्ष होगी और दोषियों को जल्द गिरफ्तार किया जाएगा।”
>भाकियू और नेताओं की प्रतिक्रिया
इस घटना ने राजनीतिक और सामाजिक हलकों में आक्रोश पैदा कर दिया है। भाकियू, रालोद और कई स्थानीय नेताओं ने परिजनों से मुलाकात कर सरकार से 50 लाख रुपये की आर्थिक सहायता की मांग की है। भाकियू ने चेतावनी दी है कि अगर दोषियों की गिरफ्तारी जल्द नहीं हुई, तो वे आंदोलन शुरू करेंगे।
यह घटना एक बार फिर देश की शिक्षा व्यवस्था और छात्र मानसिक दबाव पर गंभीर सवाल उठाती है — क्या शिक्षा संस्थान अब संवेदनहीन हो गए हैं, जहाँ फीस की रकम इंसानियत से बड़ी हो गई है?



