लाल किला धमाके के बाद एजेंसियों की बड़ी कार्रवाई — जम्मू-कश्मीर में 500 ठिकानों पर छापेमारी, 600 हिरासत में

दिल्ली के लाल किला blast के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने जम्मू-कश्मीर में बड़े पैमाने पर सर्च ऑपरेशन शुरू किया है। जांच में इस धमाके का कनेक्शन घाटी से जुड़ने के संकेत मिलने के बाद श्रीनगर से लेकर कुलगाम और पुलवामा तक सुरक्षा बलों ने 500 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की है। इस दौरान 600 से अधिक लोगों को हिरासत में लिया गया है।
सूत्रों के मुताबिक, यह कार्रवाई जमात-ए-इस्लामी के नेटवर्क के खिलाफ की गई है। एजेंसियों को इनपुट मिला था कि यह प्रतिबंधित संगठन घाटी में दोबारा सक्रिय होने की कोशिश कर रहा है। इसके बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों ने मिलकर यह ऑपरेशन शुरू किया। श्रीनगर, शोपियां, बारामूला, और अनंतनाग जैसे इलाकों में देर रात तक छापेमारी जारी रही।
इस बीच, सुरक्षा एजेंसियों ने “डॉक्टर मॉड्यूल” से जुड़े कई लोगों को भी पूछताछ के लिए पकड़ा है। इनमें तीन सरकारी कर्मचारी और सात अन्य लोग शामिल हैं। कुलगाम और पुलवामा जिलों में हुई छापेमारी के दौरान भारी मात्रा में विस्फोटक सामग्री, इलेक्ट्रॉनिक गैजेट्स और चरमपंथी साहित्य बरामद किया गया है।
अधिकारियों ने बताया कि जिन संदिग्धों को हिरासत में लिया गया है, उनमें से कुछ पिछले एक साल के भीतर तुर्किये की यात्रा पर भी गए थे। माना जा रहा है कि इन यात्राओं के दौरान उन्होंने बाहरी आतंकवादी नेटवर्क से संपर्क साधा था।
सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक, यह पूरा मॉड्यूल ‘सफेदपोश आतंकियों’ का हिस्सा था, जिनमें शिक्षित और प्रोफेशनल लोग शामिल हैं। इस सिलसिले में अब तक 200 से अधिक लोगों से पूछताछ की जा चुकी है।
बारामूला के सोपोर क्षेत्र में की गई छापेमारी में भी जमात-ए-इस्लामी से जुड़े पोस्टर, दस्तावेज़ और डिजिटल सबूत बरामद किए गए हैं।
अधिकारियों ने साफ किया है कि यह कार्रवाई सिर्फ एक प्रतिक्रिया नहीं बल्कि घाटी में आतंकवाद के वित्तीय और वैचारिक ढांचे को ध्वस्त करने की दिशा में निर्णायक कदम है।



