हार्दिक पांड्या की घरेलू क्रिकेट में वापसी तय — सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी से बदल सकता है इंडियन क्रिकेट का रुख

भारतीय क्रिकेट में लंबे समय से यह रुझान देखने को मिलता रहा है कि बड़े खिलाड़ी घरेलू क्रिकेट को ज्यादा अहमियत नहीं देते। कई स्टार क्रिकेटरों के लिए डोमेस्टिक टूर्नामेंट में खेलना मानो एक औपचारिकता भर रह गया था, जबकि यह वही प्लेटफॉर्म है जिसने उन्हें अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट तक पहुँचाया था।
बीसीसीआई ने अब इस रवैये पर सख्त रुख अपनाते हुए साफ कर दिया है कि जो खिलाड़ी देश के लिए खेलना चाहते हैं, उन्हें पहले घरेलू क्रिकेट में अपनी मौजूदगी दर्ज करानी होगी। इसी के चलते अब बड़ा बदलाव दिखने लगा है।
रोहित शर्मा के बाद अब हार्दिक पांड्या भी सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में उतरने की तैयारी में हैं, जिससे टीम इंडिया में उनकी वापसी की उम्मीदें और बढ़ गई हैं। बताया जा रहा है कि यह स्टार ऑलराउंडर इस महीने के आखिर तक बड़ौदा की टीम से खेलता नजर आ सकता है।
टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के अनुसार, हार्दिक फिलहाल बेंगलुरु स्थित बीसीसीआई के सेंटर ऑफ एक्सिलेंस में रिहैबिलिटेशन प्रोग्राम पूरा कर रहे हैं और लगभग फिट हो चुके हैं। उम्मीद है कि वह 26 नवंबर को हैदराबाद के खिलाफ बड़ौदा की ओर से पहला मुकाबला खेलेंगे। अगर तब तक उनकी फिटनेस में थोड़ी कसर रह गई तो वे दूसरे मैच में टीम से जुड़ेंगे।
हार्दिक सितंबर में एशिया कप के दौरान श्रीलंका के खिलाफ मैच में चोटिल हुए थे, जिसके बाद वह पाकिस्तान के खिलाफ फाइनल और ऑस्ट्रेलिया सीरीज़ से बाहर रहे। अब जब वह वापसी के करीब हैं, तो माना जा रहा है कि उनकी घरेलू क्रिकेट में भागीदारी दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ वाइट बॉल सीरीज़ के लिए चयन में निर्णायक भूमिका निभा सकती है।
वहीं, विराट कोहली अब भी बीसीसीआई की सलाह पर चुप्पी साधे हुए हैं और लंदन में अपने परिवार के साथ वक्त बिता रहे हैं। सूत्रों का कहना है कि अगर कोहली भी डोमेस्टिक क्रिकेट में उतरते हैं, तो यह कदम भारतीय क्रिकेट में नई पेशेवर संस्कृति की शुरुआत साबित हो सकता है।
बीसीसीआई के इस नए नियम ने यह संदेश साफ कर दिया है कि देश के लिए खेलने से पहले घरेलू क्रिकेट में योगदान देना अब हर स्टार की जिम्मेदारी होगी।



