इस्लामाबाद आत्मघाती धमाका: पाकिस्तान ने हमलावर को अफगान नागरिक बताया, दो सहयोगी पकड़े गए

पाकिस्तान के गृह मंत्री मोहसिन नक़वी ने गुरुवार को बड़ा खुलासा करते हुए बताया कि इस्लामाबाद में हुए आत्मघाती धमाके का मुख्य हमलावर अफगान नागरिक था। राजधानी के G-11 इलाके में मंगलवार को कोर्ट के प्रवेश द्वार के पास हुए इस विस्फोट में 12 लोगों की मौत हो गई थी और कई घायल हुए थे।
नक़वी ने कहा कि जांच एजेंसियों ने न सिर्फ हमलावर की पहचान कर ली है, बल्कि पूरी साजिश में शामिल लोगों का पता भी लगा लिया है। उन्होंने सीनेट में कहा,
“हमने आत्मघाती हमलावर को ट्रेस कर लिया है। वह अफगान नागरिक है।”
वाना कैडेट कॉलेज हमला भी अफगान हमलावरों ने किया:
गृह मंत्री ने बताया कि साउथ वज़ीरिस्तान के वाना कैडेट कॉलेज पर इस हफ्ते हुए धमाके में शामिल आत्मघाती हमलावर भी अफगानिस्तान से आए थे। इस हमले में छह लोग घायल हुए थे।
नक़वी ने आतंकियों से बातचीत की संभावना को खारिज करते हुए कहा,
“जो हम पर बम बरसा रहे हों, उनसे बातचीत कैसे हो सकती है?”
तालिबान शासन के बाद बढ़ा आतंकवाद: विदेश मंत्री दार:
उप प्रधानमंत्री व विदेश मंत्री इशाक़ दार ने कहा कि अफगानिस्तान में तालिबान के सत्ता में आने के बाद पाकिस्तान में आतंकवादी घटनाओं में तेज इज़ाफ़ा हुआ है। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान शांति चाहता है, लेकिन “हर हफ्ते अपने सैनिकों और नागरिकों के शव उठाने पड़ रहे हैं।”
उन्होंने इमरान खान की पूर्व सरकार पर आरोप लगाया कि उनकी नीतियों के कारण कई तालिबान लड़ाके पाकिस्तान लौटे और 100 से अधिक कट्टर आतंकियों को जेल से रिहा किया गया।
दो अहम संदिग्ध गिरफ्तार:
इधर सुरक्षा एजेंसियों ने इस्लामाबाद धमाके से जुड़े दो महत्वपूर्ण संदिग्धों—एक हैंडलर और एक फैसिलिटेटर—को गिरफ्तार कर लिया है। फैसिलिटेटर रावलपिंडी से पकड़ा गया, जबकि हैंडलर को ख़ैबर पख्तूनख़्वा से हिरासत में लिया गया।
सूत्रों के अनुसार, हमला करने से पहले आत्मघाती हमलावर और उसका साथी कई बार ज्यूडिशियल कॉम्प्लेक्स का रेक्की करने आए थे।
पुलिस सूत्रों ने बताया कि एक ऑनलाइन राइड सर्विस के डिलीवरी राइडर ने हमलावर को कोर्ट के पास 200 पाकिस्तानी रुपये में छोड़ा था। हमलावर की गतिविधियों को ट्रेस करने की कोशिशें अभी भी जारी हैं।



