‘गमछा संदेश’ फिर चर्चा में: NDA की ऐतिहासिक जीत के बाद बीजेपी मुख्यालय में पीएम मोदी का ऊर्जा भरा अंदाज़

बिहार विधानसभा चुनाव में एनडीए की जबरदस्त जीत ने शुक्रवार शाम दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय को उत्साह से भर दिया। इसी माहौल के बीच जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मुख्यालय पहुंचे, तो उनका पारंपरिक ‘गमछा लहराने’ वाला अंदाज़ एक बार फिर केंद्र में रहा। कार से उतरते ही उन्होंने गमछा लहराकर समर्थकों का अभिवादन किया, जिस पर भीड़ तेज़ नारों और तालीयों से झूम उठी।
चुनाव प्रचार के दौरान भी पीएम मोदी का गमछा लहराने वाला वीडियो—खासतौर पर मुजफ्फरपुर रैली का—काफी वायरल हुआ था। इससे पहले भी वह कई मौकों पर गमछे का इस्तेमाल प्रतीकात्मक संदेश देने के लिए करते रहे हैं।
गमछे का सियासी महत्व:
बिहार और पूर्वी उत्तर प्रदेश में गमछा मेहनतकश तबके, विशेष तौर से किसानों और खेतों में मेहनत करने वाले लोगों की पहचान माना जाता है। ऐसे में पीएम मोदी का गमछा लहराना यह संकेत देता है कि वे खुद को किसानों और श्रमिक वर्ग के करीब महसूस करते हैं।
केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने भी बीजेपी मुख्यालय से पीएम मोदी का यह वीडियो शेयर करते हुए लिखा— “बिहार में NDA की ऐतिहासिक जीत का प्रतीकात्मक क्षण।”
गमछा लहराने के पिछले चर्चित मौके:
>31 अक्टूबर को मुजफ्फरपुर की रैली में हेलीकॉप्टर से उतरते ही उन्होंने मधुबनी प्रिंट वाला गमछा लगभग 30 सेकंड तक लहराया था।
>अगस्त में औंता–सिमरिया पुल के उद्घाटन पर भी उन्होंने गमछा लहरा कर भीड़ का अभिवादन किया था।
बीजेपी मुख्यालय में जोश का माहौल:
पीएम मोदी के आगमन से पहले ही ड्रम, नारे और उत्साह से पूरा परिसर सराबोर था। जैसे ही वो अध्यक्ष जेपी नड्डा के साथ मंच पर आए, भीड़ में ऊर्जा और बढ़ गई। मोदी को गमछा लहराते देख कई कार्यकर्ता भी उसी अंदाज़ में गमछा लहराते दिखे।
दिल्ली स्थित बीजेपी मुख्यालय में यह दृश्य एनडीए की ऐतिहासिक जीत का जश्न और जनसमर्थन की झलक पेश कर रहा था।



