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भारत-रूस कारोबार में बड़ा बदलाव: 96% लेन-देन अब अपनी मुद्रा में, पुतिन ने दी बड़ी जानकारी

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भारत और रूस के बीच आर्थिक सहयोग लगातार मज़बूत होता जा रहा है। नई दिल्ली में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच हुई उच्च-स्तरीय वार्ता के बाद एक बड़ी जानकारी सामने आई है। राष्ट्रपति पुतिन ने खुलासा किया कि भारत और रूस के बीच 96% व्यापार अब राष्ट्रीय मुद्राओं—यानी भारतीय रुपए और रूबल—में हो रहा है।

यह बदलाव दोनों देशों की आर्थिक रणनीति और वैश्विक दबावों के बीच स्वावलंबन की दिशा में उठाया गया बड़ा कदम माना जा रहा है।

पुतिन ने क्या कहा?

पुतिन ने वार्ता के बाद कहा,

> “हमारे देशों के बीच व्यापारिक लेन-देन में राष्ट्रीय मुद्राओं का उपयोग लगातार बढ़ रहा है। आज 96% लेन-देन स्थानीय मुद्राओं में किया जा रहा है। यह दोनों अर्थव्यवस्थाओं को अधिक स्थिर और सुरक्षित बनाने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।”

रूसी राष्ट्रपति के अनुसार, दोनों देशों ने न केवल स्थानीय मुद्रा में व्यापार बढ़ाया है, बल्कि अब लेंडिंग, वित्तीय सहयोग और इंटर-बैंकिंग चैनल भी स्थिर बनाए जा चुके हैं। रूस ने यह भी बताया कि उनके आर्थिक ऑपरेटर भारत से निर्यात के जरिए प्राप्त होने वाले भारतीय रुपए का उपयोग भी लगातार बढ़ा रहे हैं।

बड़े प्रोजेक्ट अब रूबल में फंड:

पुतिन ने आगे बताया कि भारत–रूस के संयुक्त बड़े प्रोजेक्ट्स को अब रूसी रूबल में फंड किया जा रहा है। इससे अंतरराष्ट्रीय प्रतिबंधों और डॉलर आधारित वित्तीय जोखिमों से बचाव संभव हो रहा है।

दोनों देशों का अगला कदम:

वार्ता के बाद जारी संयुक्त बयान में यह भी कहा गया कि भारत और रूस आगे भी अपने राष्ट्रीय भुगतान सिस्टम, वित्तीय मैसेजिंग सिस्टम और डिजिटल करेंसी प्लेटफॉर्म को जोड़ने पर काम जारी रखेंगे।
इसमें शामिल होगा:

>UPI और रूसी भुगतान प्रणालियों का एकीकरण

>सेंट्रल बैंक डिजिटल करेंसी (CBDC) प्लेटफॉर्म पर सहयोग

>द्विपक्षीय व्यापार के लिए निर्बाध मुद्रा लेन-देन व्यवस्था

वैश्विक परिदृश्य में भारत-रूस की नई आर्थिक रणनीति:

अमेरिकी प्रतिबंधों और बदलते वैश्विक आर्थिक माहौल के बीच यह कदम भारत और रूस दोनों के लिए सुरक्षित, सहज और राजनीतिक दबाव से मुक्त व्यापार को बढ़ावा देने वाला साबित हो रहा है।
स्थानीय मुद्राओं में लगभग पूरा व्यापार होना बहुत कम देशों के बीच देखने को मिलता है, इसलिए यह भारत-रूस संबंधों की मजबूती को दर्शाता है।

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