राजपूत रेजिमेंट का द्विवार्षिक सम्मेलन: परंपरा, नेतृत्व बदलाव और सैन्य गौरव का संगम

राजपूत रेजिमेंट ने 5 से 7 दिसंबर 2025 तक राजपूत रेजिमेंटल सेंटर में अपना 33वां द्विवार्षिक सम्मेलन आयोजित किया, जिसमें साहस, अनुशासन और गौरवशाली सैन्य परंपरा का उत्साहपूर्ण प्रदर्शन देखने को मिला।
इस सम्मेलन में रेजिमेंट के वरिष्ठ अधिकारी, पूर्व सैनिक, वर्तमान अधिकारी, कमांडिंग ऑफिसर्स और सुबेदार मेजर बड़ी संख्या में शामिल हुए। कार्यक्रम ने रेजिमेंट की एकता, परंपरा और साझा मिशन को और मजबूत किया।
सम्मेलन का सबसे महत्वपूर्ण क्षण वह था जब रेजिमेंट की कॉलोनलसी का औपचारिक हस्तांतरण किया गया। यह दायित्व लेफ्टिनेंट जनरल मनोज कुमार कटियार (GOC-in-C वेस्टर्न कमांड) से लेफ्टिनेंट जनरल एच. एस. साही (कमांडेंट, आर्मी वॉर कॉलेज) को सौंपा गया। पूरा कार्यक्रम सैन्य परंपराओं के अनुरूप गरिमापूर्ण समारोह के साथ सम्पन्न हुआ, जो रेजिमेंट की अनुशासन और सम्मान की शाश्वत पहचान को दर्शाता है।
लेफ्टिनेंट जनरल साही ने नई जिम्मेदारी संभालते हुए रेजिमेंट के गौरवशाली इतिहास के प्रति सम्मान और भविष्य में इसके विकास के प्रति प्रतिबद्धता व्यक्त की।
सम्मेलन न केवल नेतृत्व परिवर्तन का क्षण था, बल्कि एक ऐसा मंच भी बना जहाँ रेजिमेंट से जुड़े विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई और पूर्व सैनिकों तथा वर्तमान सैनिकों के बीच भाईचारे को और प्रगाढ़ किया गया। इस आयोजन ने यह संदेश मजबूत किया कि राजपूत रेजिमेंट अपनी विरासत को संजोते हुए निरंतर प्रगति की दिशा में अग्रसर है।



