भारत की आर्थिक खुलापन नीति ने खींचा वैश्विक निवेशकों का ध्यान: सिंगापुर के टेमासेक चेयरमैन बोले – बदलाव साफ दिख रहे हैं

सिंगापुर के टेमासेक होल्डिंग्स के चेयरमैन और सिंगापुर के प्रधानमंत्री के वरिष्ठ सलाहकार तिओ ची हीन ने कहा है कि भारत आज एक अधिक खुली और संतुलित आर्थिक उदारीकरण नीति अपनाते हुए आगे बढ़ रहा है, और यही बदलाव वैश्विक दीर्घकालिक निवेशकों का विश्वास मजबूत कर रहे हैं।
दिल्ली में आयोजित 5वीं अटल बिहारी वाजपेयी स्मृति व्याख्यान में बोलते हुए उन्होंने कहा कि भारत में पिछले वर्षों में किए गए आर्थिक सुधारों ने देश को वैश्विक निवेश नक्शे पर पहले से कहीं ज्यादा आकर्षक बना दिया है। उन्होंने कहा—
> “भारत का यह नया दृष्टिकोण, जिसमें उदारीकरण को समझदारी और रणनीतिक ढंग से लागू किया जा रहा है, दुनिया के गंभीर निवेशकों की नजरें अपनी ओर खींच रहा है।”
उन्होंने यह भी बताया कि 19वीं सदी से भारतीय प्रवासी सिंगापुर के सामाजिक और आर्थिक ढांचे का अभिन्न हिस्सा रहे हैं और बदलती वैश्विक राजनीति और आर्थिक अनिश्चितता के बीच भारत–सिंगापुर संबंध और भी महत्वपूर्ण हो गए हैं।
महत्वपूर्ण मुलाकातें:
EAM डॉ. एस. जयशंकर से मुलाकात:
>तिओ ची हीन ने विदेश मंत्री एस. जयशंकर से मुलाकात कर भारत में हालिया सुधारों के कारण बने निवेश अवसरों पर चर्चा की। >जयशंकर ने भी उनके वैश्विक दृष्टिकोण और भारत–सिंगापुर संबंधों पर विश्वास की सराहना की।
वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से बैठक:
>इसके बाद तिओ ची हीन ने वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण से भी मुलाकात की। वित्त मंत्रालय के अनुसार:
>टेमासेक की भारत में कुल निवेश हिस्सेदारी 50 अरब डॉलर तक पहुंच चुकी है
>आने वाले वर्षों में कंपनी भारत में और बड़ा निवेश करने की इच्छुक है
उनका फोकस वित्तीय सेवाओं, उपभोक्ता बाजारों, तकनीक, स्वास्थ्य नवाचार, विनिर्माण और नवीकरणीय ऊर्जा जैसे क्षेत्रों पर रहेगा
तिओ ची हीन ने भारत सरकार के पिछले दशक में किए गए सुधारों की भी प्रशंसा की, जिन्होंने भारत को एक स्थिर, भरोसेमंद और विकासशील अर्थव्यवस्था के रूप में दुनिया के सामने स्थापित किया है।



