मणिपुर में राष्ट्रपति मुर्मू का संबोधन: शांति, विकास और एकता की नई राह

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने बुधवार शाम (11 दिसंबर 2025) इंफाल स्थित सिटी कन्वेंशन सेंटर में मणिपुर सरकार द्वारा आयोजित नागरिक सम्मान समारोह में शिरकत की। इस दौरान उन्होंने कई विकास परियोजनाओं का शुभारंभ और शिलान्यास भी किया।
अपने संबोधन में राष्ट्रपति ने कहा कि मणिपुर धैर्य, साहस और समृद्ध संस्कृति की भूमि है। यहां के लोगों ने खेल, सेना, कला-संस्कृति और सार्वजनिक सेवा जैसे क्षेत्रों में देश को अहम योगदान दिया है।
उन्होंने कहा कि राज्य में हुई दुर्भाग्यपूर्ण हिंसा से लोगों को हुई पीड़ा को वह भली-भांति समझती हैं, और केंद्र सरकार मणिपुर की सुरक्षा और शांति को सर्वोच्च प्राथमिकता देती है। उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार राज्य में सद्भाव, सुरक्षा और संतुलित विकास को आगे बढ़ाने के लिए पूरी तरह प्रतिबद्ध है, ताकि तरक्की का लाभ राज्य के हर क्षेत्र तक पहुंचे।
राष्ट्रपति ने कहा कि मणिपुर दक्षिण-पूर्व एशिया से भारत के संबंधों का प्रवेश द्वार है। यहां की प्राकृतिक सुंदरता, संस्कृति और प्रतिभाशाली युवा इसे असीम संभावनाओं वाला राज्य बनाते हैं। उन्होंने मणिपुर की साहसी महिलाओं का भी उल्लेख किया, जिन्होंने 20वीं सदी की शुरुआत में दो प्रमुख ‘नूपी लान’ आंदोलनों के जरिए औपनिवेशिक और सामंती शक्तियों को झुकने पर मजबूर किया।
उन्होंने विश्वास जताया कि पहाड़ और घाटी के लोग एकता और सद्भाव के साथ आगे बढ़कर मणिपुर को विकास और खुशहाली की नई ऊंचाइयों पर ले जाएंगे।
राष्ट्रपति ने नागरिकों से अपील की कि वे शांति और विकास के प्रयासों में लगातार सहयोग दें, ताकि मणिपुर ऐसा राज्य बने जहां हर बच्चा सुरक्षित महसूस करे, हर महिला सशक्त हो और हर समुदाय को बराबर का स्थान मिले।
इससे पहले राष्ट्रपति ने ऐतिहासिक मापल कंगजेइबुंग में पोलो प्रदर्शनी मैच का आनंद भी लिया।



