कांवड़ यात्रा 2025: हाथियों ने मचाया भंडारे में उत्पात, ट्रॉलियां पलटीं, मचा हड़कंप!!

कांवड़ यात्रा 2025: हाथियों ने मचाया भंडारे में उत्पात, ट्रॉलियां पलटीं, मचा हड़कंप
डोईवाला/देहरादून, संवाददाता।
कांवड़ यात्रा के दौरान देहरादून मार्ग पर लच्छीवाला रेंज स्थित मणि माई मंदिर के पास आयोजित एक भंडारे में अचानक हाथियों के झुंड ने दस्तक दे दी। शनिवार रात करीब 8:30 बजे एक नर और मादा हाथी अपने शिशु के साथ जंगल से सड़क पार कर रहे थे, तभी तेज आवाज में बज रहे साउंड सिस्टम और कांवड़ियों के शोर-शराबे से हाथी आक्रोशित हो गए।
भीड़ में मौजूद कुछ लोगों द्वारा हाथियों की वीडियो बनाना और उन्हें चिढ़ाना हालात को और बिगाड़ गया। गुस्साए हाथियों ने मौके पर खड़ी दो ट्रॉलियां पलट दीं, जिससे मौके पर अफरा-तफरी मच गई और श्रद्धालुओं में भगदड़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई।
बड़ी घटना होते-होते टली
गनीमत यह रही कि हाथी पंडाल के भीतर नहीं घुसे, वरना भारी जनहानि हो सकती थी। मौके पर तुरंत वन विभाग की टीम दरोगा पूरन सिंह रावत के नेतृत्व में पहुंची और स्थिति को संभालते हुए पंडाल को खाली कराया। हाथियों को जंगल की ओर खदेड़ने के लिए बम-पटाखों का प्रयोग किया गया।
पुलिस ने यातायात किया नियंत्रित
घटना के दौरान सड़क पर जाम की स्थिति बन गई थी, जिसे हरिद्वार पुलिस ने मौके पर पहुंचकर संभाला और वाहनों को बिना रुके आगे बढ़ाया गया।
वन्यजीवों के शांत क्षेत्र में बढ़ता हस्तक्षेप चिंता का विषय
घटना स्थल हाथी कॉरिडोर के अंतर्गत आता है। स्थानीय अधिकारियों के अनुसार, इस क्षेत्र में दिन और रात के समय बजने वाले तेज साउंड सिस्टम और मानव गतिविधियों से वन्यजीवों की दिनचर्या में विघ्न उत्पन्न हो रहा है। यदि इसी तरह वन्य जीवों को उकसाया गया, तो भविष्य में और भी गंभीर घटनाएं हो सकती हैं।
स्थानीय प्रबंधन की चेतावनी
लच्छीवाला टोल प्लाजा के सुपरवाइजरों ने बताया कि यदि समय पर हाथियों को जंगल की ओर न भगाया गया होता, तो बड़ा हादसा हो सकता था। वन विभाग ने कांवड़ियों से अपील की है कि वे वन्यजीव क्षेत्रों में तेज आवाज, साउंड सिस्टम और अन्य गतिविधियों से परहेज करें ताकि इस प्रकार की घटनाओं से बचा जा सके।



