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उत्तराखंड: 14 लघु जल विद्युत परियोजनाओं के प्रस्ताव तैयार, डीपीआर और पीएफआर रिपोर्ट शासन को भेजी गई!!

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उत्तराखंड: 14 लघु जल विद्युत परियोजनाओं के प्रस्ताव तैयार, डीपीआर और पीएफआर रिपोर्ट शासन को भेजी गई

प्रदेश में जल विद्युत उत्पादन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से उत्तराखंड जल विद्युत निगम लिमिटेड (यूजेवीएनएल) ने 14 नई लघु जल विद्युत परियोजनाओं के प्रस्ताव तैयार कर लिए हैं। इन परियोजनाओं की विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) और प्रारंभिक व्यवहार्यता रिपोर्ट (पीएफआर) शासन को भेज दी गई है। अब यह प्रस्ताव आगामी कैबिनेट बैठक में अनुमोदन के लिए प्रस्तुत किए जाएंगे।

राज्य सरकार की नई हाइड्रो पावर पॉलिसी के तहत यूजेवीएनएल ने इन परियोजनाओं पर तेजी से काम शुरू किया है। ये परियोजनाएं मुख्य रूप से पिथौरागढ़, उत्तरकाशी और टिहरी जनपदों की नदियों, गाड-गदेरों पर प्रस्तावित की गई हैं। इनमें से 4 परियोजनाओं की डीपीआर पहले ही मंजूर हो चुकी है, जबकि शेष 10 की पीएफआर को भी हरी झंडी मिल चुकी है।

यूजेवीएनएल के प्रबंध निदेशक डॉ. संदीप सिंघल ने जानकारी दी कि कुछ परियोजनाओं में सरकार के स्तर से संशोधन आवश्यक हैं, जिन पर अंतिम निर्णय कैबिनेट द्वारा लिया जाएगा।

165 मेगावाट बढ़ेगा बिजली उत्पादन

इन 14 लघु जल विद्युत परियोजनाओं से राज्य को कुल 165.4 मेगावाट अतिरिक्त बिजली उत्पादन की क्षमता प्राप्त होगी। इसके साथ ही अन्य जिलों में भी जल स्रोतों पर लघु परियोजनाओं की संभावनाएं तलाशी जा रही हैं, जिससे राज्य की विद्युत आत्मनिर्भरता को बढ़ावा मिलेगा।

प्रस्तावित 14 लघु जल विद्युत परियोजनाएं:

परियोजना का नाम क्षमता (मेगावाट) नदी
मुवानी 15 गुरघाड नाला, रामगंगा
कमटोली 14 रामगंगा
सेराघाट 11.1 सरयू, महाकाली
बालगाड 19.8 रामगंगा
जिम्बा मारम 21 जिम्बा गदेरा
रालम बायसैनी 16 रालम गाड, गोरीगंगा
मन्डप 15 सेला-यांक्ति गाड, धौलीगंगा
यूंशानी 12 यूंशानी नदी, गोरीगंगा
पीतलिगाड 06 पीतलिगाड, गोरीगंगा
नक्कालगाड 12 नक्कालगाड, धौलीगंगा
पैनागाड 12 पैनागाड, गोरीगंगा
रिक्नाल 04 रिक्नाल गाड
गारसाड 2.5 गदसरगाड
बदरीगाड 05 बदरीगाड

इन परियोजनाओं से न केवल बिजली उत्पादन बढ़ेगा, बल्कि स्थानीय रोजगार और बुनियादी ढांचे के विकास को भी प्रोत्साहन मिलेगा।

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