इगास-बग्वाल पर राज्यपाल और CM धामी की शुभकामनाएं, लोक संस्कृति को सहेजने का संकल्प

देवभूमि उत्तराखंड में आज पारंपरिक लोक उत्सव इगास-बग्वाल (बूढ़ी दिवाली) पूरे हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है। इस विशेष पर्व के अवसर पर राज्यपाल लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (से. नि.) और मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने प्रदेशवासियों को बधाई और शुभकामनाएं दी हैं।
राज्यपाल ने कहा कि इगास केवल एक त्योहार नहीं, बल्कि उत्तराखंड की जीवंत लोक परंपराओं, सामुदायिक एकजुटता और सांस्कृतिक विरासत का प्रतीक है। उन्होंने सभी नागरिकों के लिए सुख, शांति और प्रगति की कामना करते हुए कहा कि हमारी संस्कृति ही देवभूमि की सच्ची पहचान है, इसे संरक्षित रखना हमारा कर्तव्य है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने अपने संदेश में कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की लोक परंपराओं और स्थानीय त्योहारों को वैश्विक पहचान मिल रही है। उन्होंने कहा कि इगास जैसी लोक-परंपराएं हमारी जड़ों से जोड़ने का काम करती हैं और हमें अपनी संस्कृति पर गर्व करना सिखाती हैं।
सीएम धामी ने यह भी उल्लेख किया कि इगास के दिन राज्य में सार्वजनिक अवकाश घोषित करने का उद्देश्य यह सुनिश्चित करना है कि लोग अपने पैतृक गांव लौटकर अपने परिवार और समुदाय के साथ यह उत्सव मना सकें।
उन्होंने प्रदेशवासियों से अपील की कि इस अवसर पर हम सभी अपनी सांस्कृतिक धरोहर को आने वाली पीढ़ियों तक पहुंचाने का संकल्प लें और ‘प्रवासी उत्तराखंडवासियों’ को भी अपनी जड़ों से जोड़ने में योगदान दें।
इगास-बग्वाल पर उत्तराखंड एक बार फिर अपनी लोक पहचान, आस्था और उत्सवधर्मिता को नई ऊर्जा के साथ सहेज रहा है।



