ईरान-इज़राइल तनाव सातवें दिन भी जारी, अमेरिका की संभावित दखल से हालात और गंभीर!!

ईरान-इज़राइल तनाव सातवें दिन भी जारी, अमेरिका की संभावित दखल से हालात और गंभीर
मध्य पूर्व में तनाव गुरुवार को लगातार सातवें दिन और अधिक बढ़ गया जब ईरान और इज़राइल के बीच हिंसक संघर्ष जारी रहा। इज़राइल ने ईरान के खुंदाब परमाणु संयंत्र के पास के क्षेत्र को निशाना बनाया, जबकि ईरान ने मिसाइल हमले में दक्षिणी इज़राइल के सबसे बड़े अस्पताल ‘सोराका मेडिकल सेंटर’ पर सीधा हमला किया।
इस दौरान पूरे इज़राइल में सायरन बजने लगे जब ईरान ने एक और मिसाइलों की बारिश की।
इन ताजा घटनाक्रमों के साथ, मध्य पूर्व में शांति की संभावनाओं पर गंभीर संकट मंडराने लगा है। इज़राइल ने अब ईरान के केंद्रीय हिस्से में स्थित अराक और खुंदाब के निवासियों को निकासी की चेतावनी जारी की है। उल्लेखनीय है कि यह क्षेत्र भारी जल रिएक्टर जैसी परमाणु सुविधाओं का घर है।
मध्य पूर्व पिछले कुछ वर्षों से लगातार घातक हमलों का गवाह रहा है और अब इन हमलों में और वृद्धि की आशंका है, खासकर तब जब अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने यह संकेत दिया है कि अमेरिका सीधे तौर पर इस संघर्ष में शामिल हो सकता है।
G7 शिखर सम्मेलन को बीच में छोड़कर लौटे ट्रंप ने कहा कि इसके पीछे कुछ “बड़ा कारण” था, केवल संघर्षविराम की अटकलें नहीं। उन्होंने संकेत दिया कि अमेरिका इज़राइल के साथ मिलकर ईरान के खिलाफ सैन्य कार्रवाई कर सकता है, हालांकि साथ ही यह भी कहा कि ईरान ने बातचीत के लिए संकेत दिए हैं।
ट्रंप ने व्हाइट हाउस के साउथ लॉन पर पत्रकारों से बातचीत में कहा, “मैं कर सकता हूं, या नहीं भी कर सकता। मेरा मतलब है, कोई नहीं जानता कि मैं क्या करने वाला हूं।” यह बयान उस समय आया है जब इज़राइल ने तेहरान में सैन्य ठिकानों पर हवाई हमलों की जिम्मेदारी ली है, जिसमें कथित तौर पर ईरान का “आंतरिक सुरक्षा मुख्यालय” भी शामिल था।