
भारत-पाक तनाव के बीच 54 साल बाद स्वर्ण मंदिर परिसर में ब्लैकआउट, परंपराओं का रखा गया ध्यान
भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़े तनाव के चलते देशभर में नागरिक सुरक्षा मॉक ड्रिल के तहत दिए गए ‘ब्लैकआउट’ आह्वान के तहत स्वर्ण मंदिर परिसर की लाइट्स 54 साल बाद पहली बार बंद की गईं।
हालांकि, ‘रेहत मर्यादा’ (सिख आचार संहिता) का पालन करते हुए, श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी के प्रकाश (दीप प्रज्वलन) से जुड़े स्थानों — जैसे कि पवित्र दरबार साहिब (संक्तम संक्टरम) — को इस अभ्यास से बाहर रखा गया। अमृतसर में यह ब्लैकआउट रात 10:30 से 11:00 बजे के बीच लागू किया गया।
स्वर्ण मंदिर को आमतौर पर हाई-टेक लाइटिंग सिस्टम से हमेशा प्रकाशित रखा जाता है और दुनियाभर में इसकी स्थायी रौशनी की सराहना होती है। इसे केवल अत्यंत असाधारण परिस्थितियों में ही बंद किया गया है — और यह ब्लैकआउट ऐसी ही एक दुर्लभ घटना रही।