पटना में पुलिस का गलत यू-टर्न, महिला की कड़ी फटकार: क्या कानून सिर्फ जनता के लिए?

पटना में सड़क सुरक्षा और पुलिस जवाबदेही पर बड़ा सवाल खड़ा करने वाला मामला सामने आया है। ट्रैफिक नियम आम नागरिकों पर कड़ाई से लागू होते हैं, लेकिन जब वही नियम पुलिस तोड़ती दिखे तो सिस्टम की विश्वसनीयता पर गंभीर सवाल उठते हैं। ऐसा ही एक वाकया तब सामने आया, जब पटना में एक पुलिस जीप ने गलत दिशा में अचानक यू-टर्न लिया और एक महिला की कार से टकराने से बाल-बाल बची।
महिला ने मौके पर ही पुलिसकर्मियों को रोका और सीधे पूछा—
“जब आम आदमी गलती करे तो चालान, लेकिन जब पुलिस नियम तोड़े तो कार्रवाई कौन करेगा?”
>घटना का सार
>पुलिस वाहन ने अचानक गलत यू-टर्न लिया
>महिला की गाड़ी से मुश्किल से बची टक्कर
>महिला ने मौके पर ट्रैफिक पुलिस के ‘डबल स्टैंडर्ड’ पर सवाल उठाया
>वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल, जनता में भारी नाराज़गी
अगर यही गलती किसी आम नागरिक ने की होती तो भारी चालान, फाइन और डांट तय थी। लेकिन पुलिस पर कोई एक्शन नहीं दिखा, जिससे लोगों में असंतोष बढ़ा है।
जनता का गुस्सा—कानून सबके लिए बराबर या सिर्फ जनता के लिए?
लोग पूछ रहे हैं:
>क्या पुलिसकर्मी पर भी चालान कटेगा?
>क्या विभागीय जांच होगी?
>क्या पुलिस को भी सड़क पर वही नियम मानने होंगे जो आम लोग मानते हैं?
पटना पुलिस के ट्रैफिक व्यवहार पर इससे पहले भी कई सवाल उठ चुके हैं, और यह घटना उस बहस को फिर ताज़ा कर रही है।
महिला की हिम्मत—चुप्पी नहीं, जवाबदेही की मांग
महिला की आवाज़ ने साबित किया कि डरकर चुप रहना समाधान नहीं।
उसने दिखाया—
>सुरक्षा सबकी प्राथमिकता है
>कानून सबके लिए समान होना चाहिए
>जनता अब मनमानी नहीं सहने वाली
अब देखना यह है कि पुलिस इस मामले में पारदर्शिता दिखाती है या यह भी एक और “वीडियो वायरल—मामला ठंडा” बनकर रह जाता है।



