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देहरादून: नवोदय विद्यालय समिति (NVS) की प्रतियोगी परीक्षाओं में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल, 17 अभ्यर्थी गिरफ्तार!!

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देहरादून: नवोदय विद्यालय समिति (NVS) की प्रतियोगी परीक्षाओं में इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का इस्तेमाल, 17 अभ्यर्थी गिरफ्तार

देहरादून में आयोजित नवोदय विद्यालय समिति (NVS) की प्रतियोगी परीक्षाओं के दौरान 17 अभ्यर्थियों को इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस का उपयोग करते हुए पकड़ा गया, जिसके बाद पुलिस ने सभी को गिरफ्तार कर लिया। ये परीक्षाएं केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (CBSE) द्वारा रविवार को दो परीक्षा केंद्रों पर आयोजित की गई थीं। पुलिस को मिली दो अलग-अलग शिकायतों के बाद ये कार्रवाई की गई।

जूते में छिपा डिवाइस, पहली शिकायत पर दर्ज हुआ केस

सोशल बालूनी पब्लिक स्कूल के प्राचार्य और केंद्र अधीक्षक पंकज नौटियाल ने पटेलनगर थाने में शिकायत दर्ज कराई थी। पहली पाली में आयोजित NVS/JSA परीक्षा के दौरान एक परीक्षार्थी के जूते में छिपा इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिला। जांच आगे बढ़ाई गई तो दूसरी पाली की NVS/लैब अटेंडेंट परीक्षा में सात और अभ्यर्थियों के पास से ऐसे डिवाइस बरामद हुए।

इस शिकायत के आधार पर पुलिस ने दो एफआईआर दर्ज कीं और आठ अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया। गिरफ्तार हुए उम्मीदवारों में सौरभ यादव, रॉबिन, अक्षय मान, नीरज मान, मनीष मलिक, अमन, अंकुश और मोहित कुमार शामिल हैं, जो उत्तर प्रदेश और हरियाणा के निवासी हैं।

दूसरे परीक्षा केंद्र पर भी गड़बड़ी, नौ और अभ्यर्थी पकड़े गए

दूसरी शिकायत दून इंटरनेशनल स्कूल के केंद्र अधीक्षक आर. एस. बिष्ट द्वारा दर्ज कराई गई। यहां भी दूसरी पाली की NVS/लैब अटेंडेंट परीक्षा में नौ परीक्षार्थियों के पास इलेक्ट्रॉनिक डिवाइस मिले। यह शिकायत कोतवाली डालनवाला थाने में दर्ज की गई।

शिकायत के आधार पर पुलिस ने मदनाला पवन, राकेश, अंकुर ग्रेवाल, इल्लुमला वेंकटेश, साहिल खेड़ी, कपिल, अखिल, विशाल सिंह और ज्योति नामक अभ्यर्थियों को गिरफ्तार किया है।

जांच जारी, परीक्षा की निष्पक्षता बनाए रखने की कोशिश

पुलिस आरोपियों से पूछताछ कर रही है ताकि यह पता लगाया जा सके कि इस धोखाधड़ी के पीछे कोई बड़ा गिरोह तो नहीं है। प्रशासन इन मामलों को गंभीरता से ले रहा है और परीक्षा प्रणाली की निष्पक्षता बनाए रखने के लिए कड़े कदम उठाए जा रहे हैं। इस घटना ने एक बार फिर से परीक्षा प्रणाली की सुरक्षा और पारदर्शिता को लेकर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं।

(इनपुट: पीटीआई)

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