
विले पार्ले में 90 साल पुराने जैन मंदिर के तोड़े जाने पर ज़बरदस्त विरोध प्रदर्शन, हजारों लोग सड़कों पर उतरे
मुंबई के विले पार्ले इलाके में आज उस समय भारी हंगामा मच गया जब बृहन्मुंबई महानगरपालिका (BMC) द्वारा 90 साल पुराने जैन मंदिर को ढहा दिया गया। इस कार्रवाई के खिलाफ हजारों लोगों ने सड़कों पर उतरकर जोरदार प्रदर्शन किया। “बीएमसी चोर है” जैसे नारों के साथ प्रदर्शनकारियों ने अपने गुस्से और दुख को खुलकर जाहिर किया और इसे धार्मिक भावना पर चोट बताया।
प्रदर्शनकारियों का आरोप है कि मंदिर तोड़े जाने से पहले न तो कोई पूर्व सूचना दी गई और न ही समुदाय के साथ कोई परामर्श किया गया। उनका कहना है कि यह न केवल कानून का उल्लंघन है बल्कि धार्मिक स्वतंत्रता और आस्था पर सीधा हमला है। एक प्रदर्शनकारी ने कहा, “यह सिर्फ ईंट-पत्थर का ढांचा नहीं था, यह हमारी पहचान, आस्था और इतिहास का प्रतीक था।”
जैन समुदाय के नेताओं ने इस मामले में कानूनी कार्रवाई का ऐलान किया है और बीएमसी की इस कार्रवाई को गैरकानूनी और अलोकतांत्रिक बताया है। वहीं कई सामाजिक और राजनीतिक हस्तियों ने भी इस विरोध प्रदर्शन का समर्थन करते हुए बीएमसी की पारदर्शिता और जवाबदेही पर सवाल उठाए हैं।
प्रदर्शन अब एक बड़े आंदोलन का रूप ले चुका है, जिसमें न केवल धार्मिक स्थल की सुरक्षा की मांग है, बल्कि अल्पसंख्यक समुदायों की भावनाओं की रक्षा की भी गुहार है। इस घटना ने प्रशासन की कार्यप्रणाली, धार्मिक स्वतंत्रता और सांस्कृतिक विरासत की सुरक्षा पर एक बार फिर से बहस छेड़ दी है।