
कोलकाता के लॉ कॉलेज में महिला से गैंगरेप का आरोप, टीएमसी छात्र नेता समेत तीन गिरफ्तार, राजनीतिक बवाल तेज
कोलकाता एक बार फिर महिला से हैवानियत के मामले से सदमे में है, जहां बुधवार शाम साउथ कोलकाता लॉ कॉलेज के परिसर में एक 24 वर्षीय महिला के साथ गैंगरेप का आरोप सामने आया है। यह घटना ऐसे समय सामने आई है जब शहर छह महीने पहले मेडिकल कॉलेज गैंगरेप केस के बाद से अभी तक उबर नहीं पाया था।
पीड़िता की शिकायत के अनुसार, वह बुधवार को परीक्षा फॉर्म जमा करने कॉलेज गई थी और शुरुआत में कॉलेज यूनियन रूम में बैठी थी। घटना शाम 7:30 बजे से रात 10:50 बजे के बीच हुई। आरोप है कि कॉलेज का मुख्य गेट बंद कर दिया गया और फिर उसे सुरक्षा गार्ड के कमरे में ले जाकर बलात्कार किया गया।
पुलिस ने इस मामले में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है –
- मोनोजीत मिश्रा (31) – कॉलेज के पूर्व छात्र और टीएमसी छात्र परिषद (TMCP) के दक्षिण कोलकाता जिला महासचिव
- जैब अहमद (19) – कॉलेज का प्रथम वर्ष का छात्र
- प्रमित मुखर्जी (20) – कॉलेज का एक और छात्र
मोनोजीत और जैब को गुरुवार शाम कासबा क्षेत्र से पकड़ा गया और उनके मोबाइल फोन जब्त किए गए। प्रमित मुखर्जी को रात में उसके घर से गिरफ्तार किया गया और उसका फोन भी सीज़ किया गया है।
तीनों आरोपियों को गुरुवार को कोर्ट में पेश किया गया, जहां से उन्हें 5 दिन की पुलिस हिरासत में भेज दिया गया।
पुलिस ने पीड़िता की प्रारंभिक चिकित्सकीय जांच करवाई है और गवाहों के बयान भी दर्ज कर लिए गए हैं।
राजनीतिक प्रतिक्रिया तेज
विपक्ष के नेता शुभेंदु अधिकारी ने पुलिस पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया। उन्होंने कहा, “कोलकाता पुलिस को रथ यात्रा के लिए दीघा भेज दिया गया है। मुख्यमंत्री को अब अपने पद पर बने रहने का कोई अधिकार नहीं है।”
भाजपा आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म X पर इस घटना को “भयानक” बताया और आरोप लगाया कि टीएमसी सरकार ने पश्चिम बंगाल को महिलाओं के लिए नरक बना दिया है। उन्होंने आर.जी. कर अस्पताल गैंगरेप केस का जिक्र करते हुए कहा कि भाजपा पीड़िता को न्याय दिलाकर रहेगी।
वहीं कोलकाता के मेयर फिरहाद हाकिम ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा, “यह एक बेहद गंभीर मामला है। मुझे इसकी जानकारी नहीं है। पुलिस से जानकारी लेकर ही मैं कुछ कह पाऊंगा।”
यह घटना राज्य में महिला सुरक्षा, राजनीतिक संरक्षकता और कानून व्यवस्था को लेकर एक बार फिर गंभीर सवाल खड़े कर रही है।