
केदारनाथ मार्ग पर भूस्खलन: श्रद्धालु जान बचाकर भागे, NDRF व SDRF ने शुरू किया राहत अभियान, जंगल के रास्ते कर रहे हैं सुरक्षित निकासी
उत्तराखंड में मानसून का असर अब चारधाम यात्रा पर साफ दिखाई देने लगा है। केदारनाथ हाईवे पर मुंकटिया के पास भूस्खलन के कारण आज सुबह से ही मार्ग बंद हो गया। भारी बारिश के चलते पहाड़ों से अचानक भारी पत्थर और मलबा गिरने लगा, जिससे हजारों श्रद्धालुओं में अफरा-तफरी मच गई।
श्रद्धालु जान बचाने के लिए इधर-उधर भागे
जैसे ही यात्रियों ने पहाड़ी से बड़े-बड़े पत्थरों को गिरते देखा, उन्होंने घबराकर जान बचाने के लिए इधर-उधर दौड़ना शुरू कर दिया। सौभाग्यवश अब तक किसी के हताहत होने की सूचना नहीं है, और अधिकतर लोग सुरक्षित बच निकले हैं।
यात्रा रोकी गई, श्रद्धालुओं को जंगल के रास्ते निकाला जा रहा
फिलहाल केदारनाथ की ओर जाने वाली सभी यात्राएं रोक दी गई हैं। NDRF और SDRF की टीमें मौके पर पहुंच चुकी हैं और श्रद्धालुओं को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाने के लिए जंगल के वैकल्पिक रास्तों का उपयोग कर रही हैं।
लगातार बारिश से दरक रहे पहाड़, मार्ग कई जगह बंद
लगातार बारिश के कारण क्षेत्र के संवेदनशील स्थानों पर भूस्खलन की घटनाएं बढ़ रही हैं, जिससे सड़कों में दरारें पड़ रही हैं और कई मार्ग बंद हो गए हैं। इससे चारधाम यात्रा बुरी तरह प्रभावित हो रही है।
भारी मलबा हटाना चुनौतीपूर्ण, राहत कार्य जारी
ऊपरी ढलानों से लगातार गिरते भारी पत्थरों और मलबे के कारण मार्ग से अवरोध हटाना मुश्किल हो रहा है। NDRF और SDRF की टीमें श्रद्धालुओं की सुरक्षा सुनिश्चित करने में जुटी हैं और उन्हें वैकल्पिक रास्तों से निकाल रही हैं।
मुक्त किए जा रहे श्रद्धालु, मार्ग खोलने का प्रयास जारी
मुंकटिया के पास फंसे श्रद्धालुओं को सुरक्षित निकाला जा रहा है। प्रशासन ने जेसीबी मशीनें और कर्मचारियों को मार्ग से मलबा हटाने के लिए लगाया है। सभी यात्रा मार्गों की सतत निगरानी की जा रही है ताकि आगे किसी अनहोनी से बचा जा सके।