अमरनाथ यात्रा 2025: सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद, श्रद्धालु उत्साहित, अंतिम तैयारियां पूरी!!

अमरनाथ यात्रा 2025: सुरक्षा व्यवस्था चाक-चौबंद, श्रद्धालु उत्साहित, अंतिम तैयारियां पूरी
अमरनाथ यात्रा 2025 के शुरू होने में अब कुछ ही दिन बचे हैं और जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने सुरक्षा और अन्य व्यवस्थाओं को लेकर तैयारियों को अंतिम रूप देना शुरू कर दिया है। पिछले दो महीनों पहले पहलगाम आतंकी हमले के बाद यह यात्रा हो रही है, जिसमें 26 श्रद्धालुओं की जान गई थी। ऐसे में सुरक्षा को लेकर इस बार विशेष सावधानी बरती जा रही है।
सुरक्षा मॉक ड्रिल और हाई अलर्ट
सोमवार को जम्मू-श्रीनगर नेशनल हाईवे पर सेना, सीआरपीएफ, जम्मू-कश्मीर पुलिस और राज्य आपदा मोचन बल (JKSDRF) की संयुक्त मॉक ड्रिल की गई। इस अभ्यास में आपातकालीन स्थिति जैसे भूस्खलन, चिकित्सा सहायता और राहत कार्यों का अनुकरण किया गया।
सुरक्षा के तहत:
- K-9 डॉग स्क्वॉड और ड्रोन तैनात
- चेहरे की पहचान प्रणाली (FRS) लगाई गई, जो संदिग्धों की पहचान कर तुरंत सतर्क करेगी।
️ यात्रा की शुरुआत और रूट
38 दिनों की यह यात्रा 3 जुलाई से शुरू होगी और दो पारंपरिक मार्गों से चलेगी:
- नुनवान-पहलगाम मार्ग (48 किमी)
- बालटाल मार्ग (14 किमी)
2 जुलाई को जम्मू के भगवती नगर बेस कैंप से श्रद्धालुओं का पहला जत्था रवाना होगा।
स्वास्थ्य और लॉजिस्टिक्स व्यवस्था
एलजी मनोज सिन्हा ने बालटाल स्थित यात्री निवास परिसर, आपदा प्रबंधन और अस्पतालों का निरीक्षण किया।
मुख्यमंत्री ओमर अब्दुल्ला ने यात्रियों के लिए सुरक्षित और सफल यात्रा की कामना करते हुए कहा कि सभी जरूरी इंतजाम पूरे कर लिए गए हैं।
️ रजिस्ट्रेशन और टोकन वितरण
जम्मू साउथ एसडीएम मनु हंसा ने जानकारी दी कि पंजीकरण के लिए:
- सरस्वती धाम, वैष्णवी धाम, पंचायत भवन और महाजन सभा अधिकृत केंद्र होंगे।
- प्रतिदिन 2,000 टोकन और रजिस्ट्रेशन की सीमा होगी।
श्रद्धालुओं का उत्साह
हाल ही के आतंकी हमले के बावजूद श्रद्धालुओं में यात्रा को लेकर जबरदस्त उत्साह देखा जा रहा है।
- मुंबई से आए 15 श्रद्धालुओं के समूह ने कहा, “हम डरते नहीं हैं, हमारी सेना है।”
- उत्तर प्रदेश के दीपक शर्मा बोले, “बारिश हो रही है, लेकिन उत्साह कम नहीं।”
- बिहार के 120 लोगों के समूह, महाराष्ट्र की काजल वांगमारे, दिल्ली के विक्रमजीत—सभी ने सुरक्षा व्यवस्था की तारीफ की और एकजुटता का संदेश दिया।
इस साल की अमरनाथ यात्रा, भक्ति और सुरक्षा दोनों का संगम बनकर श्रद्धालुओं के लिए एक यादगार अनुभव बनने जा रही है।



