
2025 कांवड़ यात्रा: उत्तराखंड–हरिद्वार में पर्यावरण और सुरक्षा के नए मानदंड लागू
हरिद्वार, उत्तराखंड – पूरे देश में आस्था का महापर्व कांवड़ यात्रा 2025 समापन की ओर अग्रसर है, और इस वर्ष उत्तराखंड प्रशासन ने इसमें सुरक्षा, स्वच्छता व व्यवस्थाकरण के नए मानदंड स्थापित किए हैं।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी की अगुवाई में गढ़वाली स्वच्छता अभियान का विस्तार हुआ। इसके तहत हरिद्वार, रुड़की, ऋषिकेश और आसपास के 30 किमी के दायरे में:
- हर 1–2 किमी पर मोबाइल टॉयलेट, पेयजल व कचरा निस्तारण वाहनों की व्यवस्था की गई,
- हर 5 किमी पर स्वास्थ्य केंद्र, एम्बुलेंस और मेडिकल स्टाफ तैनात किया गया,
- संवेदनशील क्षेत्रों में पुलिस, SDRF एवं NDRF टीमें, जैसे मुनकटिया, सोनप्रयाग, विशेष रूप से सतर्क रहीं।
प्रशासन ने सुनिश्चित किया कि सड़क मार्ग और पैदल मार्ग दोनों पर डेंजर जोन चिन्हांकित हों तथा राहत दल हर समय सक्रिय रहें।
यात्रा की पंजीकरण प्रक्रिया में पारदर्शिता बनी रहे, इसके लिए ‘उत्तराखंड कांवड़ सेवा ऐप’ लॉन्च करने के निर्देश दिए गए हैं, जिससे यात्री लाइव रूट मैप, चिकित्सा सहायता और आपातकालीन नंबर जैसी सुविधाओं का लाभ उठा सकेंगे।
मुख्यमंत्री धामी ने कहा,
“हमारी यह पहल न सिर्फ श्रद्धालुओं को एक स्वच्छ, सुव्यवस्थित और सुरक्षित यात्रा अनुभव देगी, बल्कि आगामी कुंभ मेले हेतु भी एक मजबूत मॉडल तैयार करेगी।”
इस वर्ष की कांवड़ यात्रा न केवल आस्था का उत्सव है, बल्कि एक सरकारी पहल का उदाहरण भी बन गई है, जिसमें धार्मिक समर्पण, पर्यावरण संरक्षण और जन-कल्याण को एक सूत्र में पिरोया गया है।



