
मसूरी में भीड़ नियंत्रण के लिए पीक सीजन में शुरू होगी पर्यटकों की प्री-रजिस्ट्रेशन व्यवस्था, बिना पंजीकरण मिल सकता है प्रवेश से इंकार
देहरादून: पर्यटन सीजन के दौरान भीड़ और ट्रैफिक की समस्या से निपटने के लिए प्रशासन ने मसूरी में प्री-रजिस्ट्रेशन सिस्टम शुरू करने की योजना बनाई है। इस योजना के तहत, बिना रजिस्ट्रेशन के आने वाले पर्यटकों को प्रवेश बिंदुओं पर रोका जा सकता है। वर्ष 2024 में मसूरी पहुंचने वाले पर्यटकों की संख्या 21 लाख से अधिक रही, जबकि 2022 में यह संख्या करीब 11 लाख थी।
पर्यटन सचिव धीरज सिंह गर्ब्याल ने बताया कि गर्मी, सर्दी की छुट्टियों और लंबे वीकेंड जैसे पीक सीजन में यह सिस्टम लागू किया जाएगा। इसके लिए तीन प्रवेश बिंदुओं — किमाड़ी, केम्पटी फॉल और कुथाल गेट — पर कैमरे लगाए जाएंगे, ताकि वाहनों और पर्यटकों की संख्या का सटीक अनुमान लगाया जा सके।
रजिस्ट्रेशन में क्या जानकारी होगी शामिल?
प्रस्तावित ऑनलाइन फॉर्म में पर्यटकों की संख्या, संपर्क विवरण, वाहन संख्या, यात्रा अवधि और ठहराव की जानकारी मांगी जाएगी। OTP आधारित रजिस्ट्रेशन की सुविधा होगी। भारतीय पर्यटकों को OTP मोबाइल पर और विदेशी पर्यटकों को ईमेल के माध्यम से भेजा जाएगा। रजिस्ट्रेशन पूरा होते ही एक QR कोड मिलेगा, जिसे प्रवेश पर स्कैन किया जाएगा।
प्रवेश के समय वाहनों की जांच के लिए ऑटोमेटेड नंबर प्लेट रिकग्निशन (ANPR) सिस्टम भी स्थापित किए जाएंगे। बिना वैध QR कोड वाले पर्यटकों को प्रवेश से रोका जा सकता है।
ट्रैफिक जाम बना बड़ा मुद्दा
गांधी चौक से मॉल रोड तक अक्सर घंटों लंबा ट्रैफिक जाम लग जाता है। इसी साल जून में एक दिल्ली निवासी की इलाज के अभाव में मौत हो गई थी क्योंकि ट्रैफिक जाम के कारण समय पर अस्पताल नहीं पहुंच पाया।
मॉल रोड पर निर्माण कार्य भी रोका गया
अदालत के आदेश के बाद, मॉल रोड पर चल रहे निर्माण कार्य को फिलहाल रोक दिया गया है। होटल एसोसिएशन के अध्यक्ष संदीप साहनी और अन्य स्टेकहोल्डर्स ने बैठक में ट्रैफिक और भीड़ के बढ़ते दबाव पर चिंता जताई।
सरकार का उद्देश्य:
प्री-रजिस्ट्रेशन के ज़रिए आने वाले पर्यटकों और वाहनों का बेहतर प्रबंधन किया जाएगा, जिससे न केवल पर्यटकों को सुविधा होगी बल्कि मसूरी की यातायात व्यवस्था को भी सुचारू बनाया जा सकेगा।



