छठ महापर्व में बिहार से दुखद खबर: स्नान और अर्घ्य के दौरान डूबने से 83 लोगों की मौत, कई ज़िंदगियां उजड़ीं

छठ महापर्व की खुशियों के बीच बिहार से दिल दहला देने वाली घटनाएँ सामने आईं। राज्य के अलग-अलग जिलों में गहरे पानी में चले जाने या फिसलकर गिरने से 83 लोगों की मौत हो गई। इनमें से पटना में ही 9 की जान गई, जबकि कई लोग अब भी लापता हैं। अधिकांश हादसे छठ घाट तैयार करते समय, स्नान या अर्घ्य देते वक्त हुए। पटना और आसपास सबसे अधिक घटनाएँ
पटना जिले में गंगा किनारे कई दुखद हादसे हुए—
* मोकामा: 3 मौतें
* बिहटा व खगौल: 2-2 मौतें
* बाढ़ क्षेत्र: 2 मौत और एक की तलाश
गोपालपुर के तालाब में डूबे युवक को करीब 1 घंटे की CPR देकर बचा लिया गया।
मोकामा की दर्दनाक घटना: भाई के बाद बहन की भी मौत:
मरांची के बादपुर घाट पर रॉकी पासवान (21) गंगा में स्नान करते समय गहरे पानी में डूब गया।
यह खबर सुनकर उसकी बहन सपना कुमारी को सदमा लगा और अस्पताल में उसकी भी मौत हो गई।
रॉकी ने हाल ही में होमगार्ड फिजिकल टेस्ट पास किया था, घर में खुशी का माहौल था जो अचानक मातम में बदल गया।
बाढ़ में हार्ट अटैक से व्रती की जान गई:
जमुनीचक की मुन्नी देवी (60) छठ पूजा के बाद घर लौटते समय अचानक हार्ट अटैक के चलते गिर पड़ीं। अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया।
अन्य जिलों में भी लगातार हादसे:
वैशाली, गोपालगंज, आरा, औरंगाबाद, बेगूसराय, रोहतास और छपरा में भी डूबने से मौतें हुईं।
परिवारों में मातम पसर गया और पर्व की रौनक कई घरों में हमेशा के लिए बुझ गई।
सरकार और प्रशासन ने इन घटनाओं को गंभीरता से लेते हुए छठ पर्व के दौरान और ज्यादा सुरक्षा उपाय बढ़ाने की बात कही है।



