उत्तराखंड के 25 वर्ष पूरे: आध्यात्मिक धरोहर के संरक्षण के सराहनीय प्रयासों पर संत समाज ने सीएम धामी को दिया आशीर्वाद

देवभूमि उत्तराखंड के गठन के 25 वर्ष पूरे होने पर मुख्यमंत्री आवास बुधवार को संत-समाज की उपस्थिति से और भी आध्यात्मिक बन गया। देशभर के प्रमुख संतों एवं धर्माचार्यों ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी से मुलाकात कर राज्य को अध्यात्म एवं सांस्कृतिक समृद्धि की दिशा में आगे बढ़ाने के लिए उनकी पहल की प्रशंसा की।
संतों ने मुख्यमंत्री को “देवभूमि का धर्म-संरक्षक” बताते हुए कहा कि धामी सरकार के नेतृत्व में उत्तराखंड अपनी सनातन संस्कृति, धार्मिक विरासत और आध्यात्मिक पर्यटन के क्षेत्र में नई ऊँचाइयाँ छू रहा है।
कार्यक्रम में महामंडलेश्वर कैलाशानंद गिरी, जूनापीठाधीश्वर स्वामी अवधेशानंद गिरि, स्वामी चिदानंद सरस्वती, अखाड़ा परिषद अध्यक्ष स्वामी रविंद्रपुरी, पंडित धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री, आचार्य बालकृष्ण, डॉ. कुमार विश्वास और जया किशोरी सहित कई प्रतिष्ठित संत-महात्मा शामिल हुए।
संत समाज ने कहा कि राज्य सरकार की नीतियों से धार्मिक धरोहरों का संरक्षण और तीर्थ क्षेत्रों का विकास तेज़ी से आगे बढ़ा है। सामाजिक-सांस्कृतिक अनुशासन और आध्यात्मिक मूल्यों को मजबूत करने में मुख्यमंत्री धामी की भूमिका उल्लेखनीय रही है।
कुंभ 2027 पर विशेष चर्चा:
संतों ने भरोसा जताया कि मुख्यमंत्री धामी के नेतृत्व में हरिद्वार कुंभ-2027 “भव्य, दिव्य और विश्व-स्तरीय” आयोजन के रूप में दर्ज होगा। उन्होंने कहा कि अधोसंरचना विकास, स्वच्छता, सुरक्षा, घाटों का सौंदर्यीकरण और तीर्थ सुधार पर सरकार की योजनाएँ हरिद्वार को वैश्विक आध्यात्मिक धरोहर केंद्र बनाएंगी।
संतों ने आशा व्यक्त की कि यह कुंभ सनातन संस्कृति की विश्व में प्रतिष्ठा को और उच्च स्तर पर ले जाएगा।



