कप्तानी का बढ़ता दबाव? ऑस्ट्रेलिया सीरीज में सूर्यकुमार यादव की बल्लेबाजी पर टिकी उम्मीदें!!

भारतीय टी20 टीम के कप्तान सूर्यकुमार यादव ने अपने हालिया खराब प्रदर्शन पर चिंता से ज्यादा आत्मविश्वास जताया है। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ बुधवार से शुरू हो रही 5 मैचों की टी20 सीरीज से पहले सूर्या ने कहा कि वह लगातार मेहनत कर रहे हैं और रन जल्द ही आने वाले हैं।
हालांकि, पिछले कुछ महीनों में उनका बल्ला लगभग खामोश रहा है। आईपीएल में जबरदस्त प्रदर्शन के बाद उम्मीद थी कि वह कप्तानी में भी उसी अंदाज में नजर आएंगे, लेकिन आंकड़े कुछ और ही तस्वीर दिखा रहे हैं। कप्तान बनने के बाद सूर्या की बल्लेबाजी की धार कम दिखाई दी है, जिससे दबाव बढ़ता नजर आ रहा है।
कप्तानी और फॉर्म में गिरावट?
कप्तान बनने से पहले सूर्या 58 पारियों में 2040 रन, 43.40 के औसत और 168+ स्ट्राइक रेट के साथ दुनिया के सबसे खतरनाक टी20 बल्लेबाजों में शामिल थे।
लेकिन कप्तानी संभालने के बाद 27 पारियों में सिर्फ 630 रन, औसत 25.20 और एक ही शतक।
एशिया कप 2025 में तो रन बनाना और मुश्किल हो गया—
6 पारियाँ, सिर्फ 72 रन, औसत 18, स्ट्राइक रेट 101।
इसके बावजूद सूर्या का कहना है —
“मैं आउट ऑफ फॉर्म नहीं, बस आउट ऑफ रन हूं। मेहनत के परिणाम जल्द मिलेंगे।”
गिल का दबाव बढ़ा रहा चुनौती:
इस दौरान शुभमन गिल के तेजी से बढ़ते कद ने सूर्यकुमार पर दबाव और बढ़ा दिया है। गिल टेस्ट कप्तान से अब वनडे और टी20 टीम में उपकप्तानी तक पहुंच चुके हैं। माना जा रहा है कि खराब प्रदर्शन जारी रहा, तो टी20 कप्तानी भी उनके हाथों में जा सकती है।
कोच गौतम गंभीर ने सूर्या के फॉर्म पर चिंता न जताई हो, लेकिन आंकड़े साफ बताते हैं कि
सूर्यकुमार यादव को कप्तानी बचानी है तो बल्ले को फिर दहाड़ना होगा।
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ यह सीरीज उनके करियर का टर्निंग पॉइंट साबित हो सकती है।



