बर्फ की चादर में लिपटी विश्व धरोहर फूलों की घाटी, सर्दियों के लिए पर्यटकों के लिए बंद

चमोली। विश्व धरोहर स्थल फूलों की घाटी राष्ट्रीय उद्यान को शुक्रवार से सर्दियों के लिए पर्यटकों की आवाजाही पर बंद कर दिया गया है। हर साल की तरह इस बार भी पार्क प्रशासन ने मौसम परिवर्तन के चलते यह निर्णय लिया है। हालांकि, पिछले वर्ष की तुलना में इस बार पर्यटकों की संख्या में कमी दर्ज की गई।
इस वर्ष घाटी में 15,934 देशी-विदेशी पर्यटक पहुंचे, जिससे पार्क प्रशासन को 33,28,050 रुपये की राजस्व प्राप्ति हुई। वहीं, पिछले वर्ष 19,401 पर्यटक आए थे, जिससे 39,40,850 रुपये की आय हुई थी।
हाल ही में घाटी में हुई समय से पहले बर्फबारी के कारण यहां की पर्वतीय ढलान और प्राकृतिक दृश्य अत्यंत मनोहारी दिखे। फूल तो अब कम दिखाई दे रहे हैं, लेकिन बर्फ का मनोरम नजारा देखने के लिए पर्यटक लगातार पहुंच रहे थे। स्थानीय टूर ऑपरेटर संजय सती ने बताया कि “इस बार समय से पहले आई बर्फबारी से पर्यटक भी बर्फीले नजारों का आनंद लेने घाटी पहुंचते रहे।”
फूलों की घाटी की वन क्षेत्राधिकारी चेतना कांडपाल के अनुसार, घाटी बंद होने के बावजूद वन्यजीव सुरक्षा के लिए टीमों की गश्त जारी रहेगी। बर्फबारी के दौरान रैकी टीमें नियमित निरीक्षण करेंगी ताकि घाटी की जैव विविधता और वन्य जीवों का संरक्षण सुनिश्चित हो सके।
विश्व प्रसिद्ध इस घाटी को ‘नंदनकानन’ भी कहा जाता है। यहां 500 से अधिक प्रकार के दुर्लभ फूल पाए जाते हैं, जिनमें ब्रह्मकमल, ब्लू पॉपी और कोबरा लिली प्रमुख हैं। हर साल यहां बड़ी संख्या में प्रकृति प्रेमी, फोटोग्राफर और पर्वतारोहण प्रेमी पहुंचते हैं और इसे अपने जीवन का यादगार अनुभव बताते हैं।
पार्क के बंद होने के बाद अब घाटी सफेद बर्फ की चादर में लिपटकर अगले वर्ष फिर से नए रूप में पर्यटकों का स्वागत करने के लिए तैयार होगी।



