सियाचिन में सेना का मानवीय मिशन — हिमालयन भालू के बच्चे को बचाकर जीते दिल

हाड़ जमा देने वाली ठंड, ऑक्सीजन की कमी और हर पल जान का ख़तरा… ऐसे परिस्थितियों में भारतीय जवान सिर्फ देश की सीमा की सुरक्षा ही नहीं, बल्कि प्रकृति की भी रक्षा करते हैं। सियाचिन से सामने आया एक वीडियो इस बात की जीती-जागती मिसाल है।
इस वीडियो में भारतीय सेना एक हिमालयन भालू के बच्चे को बचाते नजर आती है, जिसका सिर टिन के एक बड़े डिब्बे में फंस गया था। हालात नाजुक थे — भालू का बच्चा डरा हुआ था और सांस लेने में भी परेशानी महसूस कर रहा था। जवानों ने पूरी सावधानी और बेहद नर्मी से उसे छुड़ाने की कोशिश की, मानो कोई अपना बच्चा संकट में हो।
“बहादुर” नाम और बहादुरी भी लाजवाब:
सेना ने इस बच्चे का नाम “बहादुर” रखा — और वह नाम पर बिल्कुल खरा उतरा। जब-जब जवान औज़ार लगाते, यह छोटा सा पर्वतीय मेहमान धैर्य से खड़ा रहता। कई मिनट की कोशिश के बाद आखिरकार जवानों ने कनस्तर को काटकर उसे आज़ाद कर दिया।
बचाव के बाद सैनिकों ने उसे खाना भी खिलाया ताकि वह इस सदमे से उबर सके। वह मासूम कैमरे की ओर देखकर जैसे धन्यवाद कह रहा हो।
इंसानियत का सबसे खूबसूरत रूप:
जहाँ रोज़ सैनिक अपने जीवन दांव पर लगाकर प्रहरी बने रहते हैं, वहीं इस काम ने दिखा दिया — भारतीय सेना सिर्फ सीमाओं की ढाल नहीं, बल्कि भावनाओं का भी किला है।
यह घटना हमें याद दिलाती है कि पहाड़, जंगल और वन्यजीव — हमारे अस्तित्व का हिस्सा हैं। उनसे हमारा रिश्ता रक्षा और संवेदना से भरा होना चाहिए।



