भारतीय वायुसेना दिवस 2025: महत्व, इतिहास और उत्सव की कहानी!!

8 अक्टूबर 2025 को भारतीय वायुसेना अपना 93वां स्थापना दिवस मना रही है। 1932 में स्थापित वायुसेना आज विश्व की चौथी सबसे बड़ी वायु सेना के रूप में ख्यात है। हर साल इस दिन वायुसेना भव्य परेड और एयर शो आयोजित कर अपने साहस, कौशल और तकनीकी क्षमता का प्रदर्शन करती है। इस बार समारोह गाजियाबाद के हिंडन एयर फोर्स स्टेशन पर होगा, जहां शक्तिशाली लड़ाकू विमानों और हेलीकॉप्टरों के अद्भुत हवाई करतब देखने को मिलेंगे।
भारतीय वायुसेना न केवल देश की रक्षा में अग्रणी है बल्कि आपदाओं में राहत कार्य, विदेशी नागरिकों का बचाव और शांति प्रयासों में भी महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। वायुसेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल ए.पी. सिंह ने कहा है कि ‘ऑपरेशन सिंदूर’ इस सामंजस्य और स्वदेशी क्षमता का एक उत्कृष्ट उदाहरण है।
‘नभः स्पृशं दीप्तम’ — यह वायुसेना का आदर्श वाक्य है, जो गीता के 11वें अध्याय से लिया गया है। स्वतंत्रता पूर्व यह संगठन रॉयल इंडियन एयर फोर्स के नाम से जाना जाता था। आजादी के बाद इसका नाम बदलकर इंडियन एयर फोर्स रखा गया। इसकी नीली ध्वज पर राष्ट्रीय ध्वज और रंगों वाला प्रतीक 1951 में अपनाया गया, जो वायुसेना की पहचान और गौरव का प्रतीक है।



