
नई दिल्ली: दिल्ली में लाल किला मेट्रो स्टेशन के पास हुए भीषण धमाके की जांच में एक बड़ा सुराग सामने आया है। जांच एजेंसियों को बदरपुर टोल प्लाजा का सीसीटीवी फुटेज मिला है, जिसमें संदिग्ध डॉ. उमर मोहम्मद नजर आ रहा है। फुटेज में वह मास्क लगाए हुए दिखाई देता है और यह वीडियो सुबह 8:13 बजे का बताया जा रहा है, जब वह बदरपुर टोल से दिल्ली में प्रवेश कर रहा था।
जांच एजेंसियों के अनुसार, इससे पहले सुबह 7 बजे, उमर की i20 कार फरीदाबाद के एशियन हॉस्पिटल के सामने से गुजरती दिखी थी। दोनों फुटेज अब NIA और दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल की जांच का हिस्सा बन गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, वही i20 कार सोमवार को लाल किला रोड पर विस्फोट का कारण बनी थी। जांच में खुलासा हुआ है कि डॉ. उमर मोहम्मद, जो अल फलाह यूनिवर्सिटी के मेडिकल कॉलेज में पढ़ाते थे, वही इस कार को चला रहा था। प्राथमिक जांच में आशंका जताई जा रही है कि उमर एक सुसाइड बॉम्बर था, जिसने ट्रैफिक सिग्नल पर गाड़ी रोकने के बाद धमाका किया। इस हादसे में अब तक 12 लोगों की मौत की पुष्टि हुई है।
उमर मोहम्मद की पहचान पुलवामा (जम्मू-कश्मीर) के कोइल गांव निवासी के रूप में हुई है। उसके पिता का नाम जी. नबी भट बताया गया है।
अब एजेंसियों ने विस्फोट स्थल पर मिले मानव अवशेषों का डीएनए मिलान कराने के लिए उमर की मां को बुलाया है। पुलवामा में अधिकारियों ने बताया कि संदिग्ध की मां और दोनों भाई डीएनए सैंपल देने के लिए स्थानीय अस्पताल पहुंचे हैं।
जांच एजेंसियों का मानना है कि लाल किला ब्लास्ट का यह सुराग, फरीदाबाद में उजागर हुए आतंकी नेटवर्क से भी जुड़ा हो सकता है। फिलहाल NIA, दिल्ली पुलिस, और हरियाणा पुलिस की टीमें मिलकर जांच में जुटी हैं।



