ऑपरेशन ‘सागर बंधु’: श्रीलंका में फंसे 2000 से ज्यादा भारतीयों की सुरक्षित वापसी, भारत ने बढ़ाया मानवीय सहयोग

चक्रवाती तूफान Ditwah से बुरी तरह प्रभावित श्रीलंका में फंसे भारतीय नागरिकों की मदद के लिए भारत सरकार ने बड़े पैमाने पर मानवीय अभियान ‘ऑपरेशन सागर बंधु’ को और तेज कर दिया है। सोमवार को भारतीय उच्चायोग ने पुष्टि की कि कोलंबो एयरपोर्ट पर फंसे अंतिम 104 भारतीय भी सुरक्षित स्वदेश लौट आए, जिन्हें भारतीय वायुसेना के विशेष विमान से तिरुवनंतपुरम लाया गया।
हवाई और समुद्री राहत अभियान तेज:
>भारतीय वायुसेना के IAF IFC 1875 हेलीकॉप्टर ने सोमवार को 57 लोगों को बचाया, जिनमें 10 छोटे बच्चे भी शामिल थे। हेलीकॉप्टर ने केगाले में 2.5 टन राहत सामग्री भी पहुंचाई।
>इससे पहले, भारत द्वारा अब तक 53 टन से अधिक राहत सामग्री श्रीलंका को सौंपी जा चुकी है। इसमें टेंट, दवाइयां, हाइजीन किट, रेडी-टू-ईट फूड पैक, कंबल और मेडिकल उपकरण शामिल हैं।
INS Sukanya पहुंचा त्रिंकोमाली:
समुद्री मोर्चे पर भारतीय नौसेना का INS सुकेन्या भी राहत कार्यों में लगा हुआ है। सोमवार को इसने 12 टन अतिरिक्त राहत सामग्री त्रिंकोमाली में श्रीलंकाई प्रशासन को सौंप दी।
NDRF की टीम लगातार बचाव में लगी:
80 सदस्यीय NDRF यूनिट, श्रीलंका की एयरफोर्स, नेवी, सेना और स्थानीय प्रशासन के साथ मिलकर कई इलाकों में लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचा रही है।
अब तक 150 से ज्यादा लोगों को बचाया जा चुका है।
तेजी से हो रही भारतीयों की वापसी:
चक्रवात के बाद श्रीलंका में फंसे भारतीयों को निकालने के लिए वायुसेना के विशेष विमानों और कमर्शियल फ्लाइट्स की मदद से 2000 से ज्यादा भारतीयों को भारत वापस लाया जा चुका है।
भारत बना ‘फ़र्स्ट रेस्पॉन्डर’:
भारत के Neighbourhood First पॉलिसी और Vision MAHASAGAR के तहत भारत संकट की इस घड़ी में श्रीलंका का सबसे बड़ा और सबसे तेज़ मददगार बना हुआ है।



