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क्रू संकट और नए नियमों के बीच IndiGo का सबसे बुरा दिन: 550+ उड़ानें रद्द, देशभर में यात्रियों की दिक्कतें बढ़ीं

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भारत की सबसे बड़ी एयरलाइन IndiGo के लिए गुरुवार का दिन अब तक का सबसे खराब साबित हुआ। एयरलाइन ने एक ही दिन में 550 से अधिक उड़ानें रद्द कर दीं—जो कि उसके 20 साल के इतिहास में सबसे बड़ा ऑपरेशनल संकट है। यह अव्यवस्था लगातार तीसरे दिन भी जारी रही और देशभर में हजारों यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ा।

एक साथ कई चुनौतियों का दबाव:

IndiGo इस समय कई ऑपरेशनल दिक्कतों से जूझ रही है, जिनमें शामिल हैं—

>कैबिन क्रू की भारी कमी

>शेड्यूलिंग में गड़बड़ी

>टेक्निकल व ऑपरेशनल चुनौतियाँ

स्थिति को संभालने के लिए कंपनी ने फ्लाइट शेड्यूल में बदलाव किए हैं और कई उड़ानें पहले से ही रद्द कर दी गई हैं।

एयरलाइन ने चेतावनी दी है कि अगले दो-तीन दिनों में और उड़ानें रद्द हो सकती हैं।

समय पर उड़ान भरने की क्षमता में भारी गिरावट:

आम दिनों में IndiGo रोज़ करीब 2,300 फ्लाइटें संचालित करती है और समयपालन में सबसे आगे रहती है, लेकिन—

>मंगलवार को OTP रहा 35%

>बुधवार को गिरकर रह गया सिर्फ 19.7%

सरकार और DGCA की बैठक:

बड़े पैमाने पर हो रही अव्यवस्था को देखते हुए—

>नागरिक उड्डयन मंत्रालय

>DGCA ने IndiGo के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आपात बैठक की।

IndiGo के CEO पीटर एल्बर्स ने कर्मचारियों को बताया कि स्थिति सामान्य करना आसान नहीं होगा और इसमें समय लगेगा।

देशभर के एयरपोर्ट्स पर रद्द उड़ानों की बाढ़:

PTI के अनुसार—

>मुंबई → 118 रद्द

>बेंगलुरु → 100

>हैदराबाद → 75

>कोलकाता → 35

>चेन्नई → 26

>गोवा → 11 कई अन्य शहरों में भी यही स्थिति रही।

नए नियमों का क्रू मैनेजमेंट पर बड़ा असर:

DGCA ने 1 नवंबर से FDTL (Flight Duty Time Limitations) Phase-2 लागू किया था ताकि पायलटों को पर्याप्त आराम मिल सके।
लेकिन इन नए नियमों के बाद—

>रात की फ्लाइट्स

>क्रू ड्यूटी चक्र पूरी तरह बदल गए और IndiGo ने जरूरी स्टाफ की जरूरत का गलत अनुमान लगा लिया।

अब DGCA ने अस्थाई रूप से कुछ बदलाव वापस लिए हैं, जैसे—

>नाइट ड्यूटी की परिभाषा बढ़ाना

>रात में लैंडिंग की सीमा में छूट फिर भी IndiGo का कहना है कि ऑपरेशंस पूरी तरह सामान्य होने में समय लगेगा।

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