900 करोड़ के दुबई ब्लूचिप घोटाले का मास्टरमाइंड देहरादून से गिरफ्तार: फूड डिलीवरी ने खोला राज

दुबई के हाई-प्रोफाइल ब्लूचिप ग्रुप निवेश घोटाले का मुख्य आरोपी आखिरकार 18 महीने की अंतरराष्ट्रीय तलाश के बाद देहरादून में गिरफ्तार कर लिया गया। आरोपी का नाम रविंद्र नाथ सोनी (44) है, जिस पर लगभग 900 करोड़ रुपये (100 मिलियन डॉलर) की ठगी कर सैकड़ों भारतीय प्रवासियों को धोखे में लेने का आरोप है।
खलीज टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, सोनी भारतीय मूल का व्यापारी था, जिसने दुबई में निवेश पर “असामान्य रूप से ऊंचे रिटर्न” का वादा कर निवेशकों को अपने जाल में फंसाया। मार्च 2024 में घोटाला सामने आया, जब कंपनी अचानक बंद हो गई और दफ्तर खाली मिल गया।
कैसे पकड़ा गया ब्लूचिप स्कैम का मास्टरमाइंड?
>गिरफ्तारी का तरीका किसी फिल्मी सीन से कम नहीं था।
>कानपुर की डीसीपी (पूर्वी) अंजलि विश्वकर्मा ने बताया कि सोनी देहरादून में पहचान छुपाकर रह रहा था।
>पुलिस उसकी लोकेशन तब पकड़ पाई जब उसने ऑनलाइन खाना ऑर्डर किया।
>पुलिस ने भोजन की डिलीवरी को ट्रैक किया और मौके पर पहुंचकर 30 नवंबर को उसे गिरफ्तार कर लिया।
अधिकारी ने कहा—
“वह फूड डिलीवरी ऑर्डर से पकड़ा गया। ये बड़ी उपलब्धि है।”
तीन साल में पैसा दोगुना करने का झांसा:
एनडीटीवी की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली निवासी अब्दुल करीम ने जनवरी में शिकायत दर्ज कराई थी।
करीम और उनका बेटा तल्हा दुबई में काम करते हैं और उन्होंने 16 लाख दिरहम निवेश किए थे।
सोनी ने वादा किया था कि तीन साल में रकम दोगुनी कर देगा।
तल्हा ने बताया—
“दुबई में इसका सेटअप पूरी तरह लीगल दिख रहा था, इसलिए हम भरोसा कर बैठे।”
कंपनी बंद करने से पहले करोड़ों क्रिप्टो में ट्रांसफर:
>गिरफ्तार आरोपी पर पहले से ही 10,000 रुपये का इनाम घोषित था।
>पुलिस की जांच में सामने आया कि कंपनी बंद होने से पहले सोनी ने करोड़ों रुपये क्रिप्टो वॉलेट में भेज दिए थे।
>इसके अलावा वह अलीगढ़ और पानीपत में भी ‘डबल योर मनी’ और धमकी देने जैसे मामलों में आरोपी रह चुका है।



