पाक सेना प्रमुख असीम मुनीर ने फिर दोहराया कश्मीर को लेकर उकसाने वाला बयान, आतंकियों को बताया “स्वतंत्रता सेनानी”!!

पाक सेना प्रमुख असीम मुनीर ने फिर दोहराया कश्मीर को लेकर उकसाने वाला बयान, आतंकियों को बताया “स्वतंत्रता सेनानी”
पाकिस्तान के सेना प्रमुख फील्ड मार्शल असीम मुनीर ने एक बार फिर जम्मू-कश्मीर में सक्रिय आतंकी संगठनों को लेकर विवादित बयान दिया है। उन्होंने कहा कि जिसे भारत आतंकवाद कहता है, वह असल में एक “वैध संघर्ष” है और पाकिस्तान कश्मीरी लोगों को “राजनीतिक, राजनयिक और नैतिक समर्थन” देना जारी रखेगा।
यह बयान उन्होंने कराची स्थित पाकिस्तानी नौसेना अकादमी में पासिंग आउट परेड के दौरान दिया। इस दौरान उन्होंने भारत पर “अकारण आक्रामकता” के दोहरे आरोप लगाए और कहा कि किसी भी भविष्य के टकराव की जिम्मेदारी “हमलावर पर ही होगी”।
मुनीर ने कहा,
“जिसे भारत आतंकवाद बताता है, वह वास्तव में अंतरराष्ट्रीय संधियों के अनुसार एक वैध संघर्ष है। जो लोग कश्मीरी जनता की इच्छा को कुचलने का प्रयास करते हैं और संघर्ष के समाधान की बजाय उसका दमन चाहते हैं, वे स्वयं इस मुद्दे को और अधिक प्रासंगिक बना रहे हैं।”
भारत की सर्जिकल स्ट्राइक और पाकिस्तान की प्रतिक्रिया
मुनीर ने इशारों-इशारों में मई 2025 की “ऑपरेशन सिंदूर” और 2019 के पुलवामा हमले के बाद भारतीय एयर स्ट्राइक का हवाला दिया, जिसे उन्होंने “बिना उकसावे की आक्रामकता” बताया। उन्होंने कहा,
“भारत ने हाल के वर्षों में दो बार पाकिस्तान के खिलाफ आक्रामक कार्यवाही की है। पाकिस्तान ने इन उकसावे के बावजूद संयम और परिपक्वता दिखाई। लेकिन कोई भी दुश्मन अगर पाकिस्तान की संप्रभुता को कमजोर समझे तो उसे तेज़, सटीक और निर्णायक जवाब मिलेगा।”
कश्मीर को बताया पाकिस्तान की ‘शिरा’
मुनीर ने फिर से कश्मीर को पाकिस्तान की “जगुलर वेन” (शिरा)” बताया और कहा कि जब तक कश्मीर मुद्दे का संयुक्त राष्ट्र प्रस्तावों और कश्मीरी जनता की आकांक्षाओं के अनुसार समाधान नहीं होता, तब तक दक्षिण एशिया में शांति संभव नहीं है।
उन्होंने संघर्ष कर रहे लोगों को “नमन” करते हुए कहा,
“पाकिस्तान कश्मीर के बहादुर लोगों को राजनीतिक, राजनयिक और नैतिक समर्थन देना जारी रखेगा।”
भारत की प्रतिक्रिया
हालांकि भारत की ओर से मुनीर के इस ताजा बयान पर कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन इससे पहले भी विदेश मंत्रालय पाक सेना प्रमुख की ऐसी टिप्पणियों को खारिज कर चुका है और पाकिस्तान को उसकी सीमापार आतंकवाद नीति के लिए अंतरराष्ट्रीय मंचों पर घेरा गया है।
यह बयान ऐसे समय पर आया है जब कुछ ही हफ्ते पहले पाहलगाम आतंकी हमले में 26 भारतीय नागरिक मारे गए थे, जिसके बाद भारत ने आतंकवाद के खिलाफ जवाबी कार्रवाई की थी।



