पवई स्टूडियो धोखाधड़ी विवाद: 19 बंधकों वाले रोहित आर्य की मुठभेड़ में मौत, पुलिस ने कहा — मानसिक विकलांगता का संकेत

मुंबई के पवई इलाके में स्थित एक प्रोडक्शन स्टूडियो में बच्चों समेत 19 लोगों को बंधक बनाने वाले 28 वर्षीय रोहित आर्य की मुठभेड़ के बाद अस्पताल में मौत हो गई। घटना तब सामने आई जब आर्य ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर अपनी कुछ “नैतिक” मांगें और बातचीत की इच्छा जताई थी; वीडियो में उसने यह भी धमकी दी थी कि अगर उसकी बातों को न सुना गया तो वह परिसर जला देगा और बंधकों को नुकसान पहुंचा सकता है।
पुलिस के अनुसार, घटना दोपहर के वक्त सामने आई। स्टूडियो में दाखिल होने के दौरान आर्य की ओर निशाना साधने का आरोप लगने पर एक पुलिसकर्मी ने गोली चलाई; उसे तुरंत नजदीकी अस्पताल ले जाया गया जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया। जांच प्रारंभिक रूप से यह संकेत देती है कि आर्य मानसिक रूप से अस्थिर था और वह कुछ दिनों से कथित ऑडिशन और प्रोजेक्ट भुगतान को लेकर असंतुष्ट था। उसने खुद को पुणे का निवासी और स्थानीय आरए स्टूडियो का कर्मचारी बताया; साथ ही वह यूट्यूब चैनल भी चलाता था और दावा करता था कि उसके आइडिया/प्रोजेक्ट का श्रेय व भुगतान नहीं मिला।
घटनास्थल से मिली जानकारी के मुताबिक पुलिस ने जोखिम कम करने के लिए बैक एंट्री से ऑपरेशन चलाया और बंधकों को सुरक्षित निकाल लिया। किसी भी बंधक की लगे हुए समय के दौरान जान-माल के बड़े नुकसान की रिपोर्ट नहीं आई। पुलिस ने मामले में फोरेंसिक, सीसीटीवी व साक्ष्यों की जांच शुरू कर दी है और आर्य के मानसिक स्वास्थ्य व उसके सोशल मीडिया रिकॉर्ड का रिकार्ड भी खंगाला जा रहा है। राज्य सरकार तथा पुलिस कमिशनर ने घटना की गंभीरता का हवाला देते हुए सुरक्षा उपायों और स्टूडियो-ऑडिशन संचालन की पारदर्शिता तेज करने का निर्देश दिया है।
घटना के बाद परिवार, स्थानिक समुदाय और स्टूडियो कर्मचारियों के बीच शोक और तनाव बना हुआ है; स्थानीय प्रशासन ने प्रभावित परिवारों को सहायता उपलब्ध करवाई है और मामले की प्राथमिक रिपोर्ट जल्द सार्वजनिक करने का आश्वासन दिया है।



