इंडिया गेट पर प्रदूषण विरोध प्रदर्शन में बवाल: मिर्च स्प्रे, नारेबाज़ी और हिंसा के बीच 22 लोग गिरफ्तार

दिल्ली के इंडिया गेट पर रविवार शाम प्रदूषण के खिलाफ शुरू हुआ शांतिपूर्ण प्रदर्शन अचानक हिंसा में बदल गया। बिना अनुमति सड़क पर बैठे प्रदर्शनकारियों ने पुलिस द्वारा हटाए जाने पर न केवल बैरिकेड तोड़े, बल्कि कथित रूप से मिर्च स्प्रे का इस्तेमाल कर तीन से चार पुलिसकर्मियों को घायल भी कर दिया। सभी घायल पुलिसकर्मियों का इलाज RML अस्पताल में चल रहा है।
पुलिस के मुताबिक, प्रदर्शनकारियों ने करीब एक घंटे तक पोस्टर लहराए और नारे लगाए। जब पुलिस ने उन्हें हटने को कहा तो भीड़ आक्रामक हो गई। इसी दौरान स्थिति और गंभीर तब हुई जब प्रदर्शनकारियों में से कुछ लोगों ने माओवादी नेता मदवी हिड़मा के समर्थन में नारे लगाने शुरू कर दिए—“मदवी हिड़मा अमर रहे”।
यह वही हिड़मा है जो सुरक्षा बलों और आम नागरिकों पर 26 से अधिक हमलों का मास्टरमाइंड रहा है, जिनमें 2010 का दंतेवाड़ा हमला, 2013 का झीरम घाटी हत्याकांड और 2021 का सुकमा-बीजापुर एम्बुश शामिल है।
हिंसा के बाद पुलिस ने कार्रवाई करते हुए कुल 22 लोगों को गिरफ्तार किया है—छह लोगों को कर्तव्यपथ थाने में, जबकि 17 को संसद मार्ग थाने में हिरासत में लिया गया है।
पुलिस ने मिर्च स्प्रे के उपयोग, बल प्रयोग, सड़क अवरोध और हिंसा के मामलों में FIR दर्ज की है।
DCP देवेश कुमार म्हाला ने कहा कि माओवादी नारे लगाने वालों की पहचान कर उन पर भी कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
इसी बीच, बीजेपी नेता कपिल मिश्रा ने प्रदर्शन को “छद्म समाजसेवा” करार देते हुए आरोप लगाया कि “जिहादी और माओवादी अब सोशल एक्टिविस्ट बनकर सामने आ रहे हैं।”



