
पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद में दूसरे दिन भी हिंसा जारी, तीन की मौत, 150 से अधिक गिरफ्तार
मुर्शिदाबाद, पश्चिम बंगाल — शुक्रवार की नमाज़ के बाद भड़की साम्प्रदायिक हिंसा ने शनिवार को भी मुर्शिदाबाद को अपनी चपेट में ले लिया। लगातार दूसरे दिन जारी हिंसा में अब तक तीन लोगों की मौत की पुष्टि हुई है, जबकि 150 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया गया है। स्थिति की गंभीरता को देखते हुए कोलकाता हाईकोर्ट ने हस्तक्षेप करते हुए संवेदनशील इलाकों में सुरक्षा बढ़ाने के निर्देश दिए, जिसके बाद सुत्ती, धूलियन, शमशेरगंज और जंगीपुर जैसे इलाकों में अर्धसैनिक बल तैनात किए गए हैं।
विपक्ष के नेता व भाजपा के सुवेंदु अधिकारी ने इस हिंसा को योजनाबद्ध बताया और आरोप लगाया कि धूलियन में हिंदुओं की 35 दुकानों को आग के हवाले कर दिया गया। उन्होंने राज्य सरकार पर समुदाय की सुरक्षा में विफल रहने का आरोप लगाया और कहा कि “पश्चिम बंगाल में हिंदू सुरक्षित नहीं हैं।”
वहीं मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने शांति की अपील करते हुए कहा कि “कुछ राजनीतिक दल धार्मिक भावनाओं का राजनीतिक लाभ के लिए उपयोग कर रहे हैं।” उन्होंने हिंसा को और भड़काने से चेताया।
स्थानीय लोगों ने भय और असुरक्षा का माहौल बताया। कई लोगों ने आरोप लगाया कि पुलिस घंटों तक गायब रही, जबकि उपद्रवियों ने खुलेआम दुकानों और घरों को लूटा और जलाया। एक निवासी ने बताया कि हमलावरों ने चेतावनी दी कि “यह तो बस ट्रेलर था,” जिससे भविष्य में और बड़ी हिंसा की आशंका जताई जा रही है।
स्थिति को काबू में लाने के लिए राज्य के डीजीपी सहित वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों ने रातभर प्रभावित इलाकों में मार्च किया। कोलकाता हाईकोर्ट ने यह भी कहा कि हिंसा अब मुर्शिदाबाद से आगे बढ़ती दिख रही है, क्योंकि उत्तर 24 परगना और हुगली के चंपदानी से भी तनाव की खबरें आ रही हैं।
राजनीतिक आरोप-प्रत्यारोप के बीच आम नागरिक अब भी दहशत में हैं, और राज्य प्रशासन अलर्ट मोड पर है ताकि हिंसा और न फैले।