
एमएस धोनी को मिला आईसीसी हॉल ऑफ फेम में स्थान, 11वें भारतीय खिलाड़ी बने
पूर्व भारतीय कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को आईसीसी क्रिकेट हॉल ऑफ फेम में शामिल किया गया है। वह यह सम्मान पाने वाले 11वें भारतीय खिलाड़ी बन गए हैं। धोनी को यह सम्मान 9 जून (सोमवार) को आयोजित समारोह में प्रदान किया गया।
आईसीसी हॉल ऑफ फेम में शामिल होने वाले भारतीय खिलाड़ी:
- बिशन सिंह बेदी – 2009
- कपिल देव – 2009
- सुनील गावस्कर – 2009
- अनिल कुंबले – 2015
- राहुल द्रविड़ – 2018
- सचिन तेंदुलकर – 2019
- विनू मांकड़ – 2021
- डायना एडुल्जी – 2023
- वीरेंद्र सहवाग – 2023
- नीतू डेविड – 2023
- एमएस धोनी – 2025
धोनी का अंतरराष्ट्रीय करियर आँकड़ों में:
- कुल मैच: 538
- कुल रन: 17,266
- कुल शिकार: 829 (विकेटकीपिंग में)
- सर्वोच्च स्कोर: टेस्ट में 224, वनडे में 183*
- शतक: 16, अर्धशतक: 108
आईसीसी ने धोनी के योगदान को सराहते हुए कहा,
“धोनी के आँकड़े केवल उत्कृष्टता ही नहीं, बल्कि असाधारण निरंतरता, फिटनेस और दीर्घायुता को दर्शाते हैं।”
टेस्ट करियर:
धोनी ने 90 टेस्ट खेले, जिसमें 4876 रन बनाए और 294 शिकार किए। उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 2013 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ चेन्नई में आया। उन्होंने 2014 में टेस्ट क्रिकेट से संन्यास लिया।
वनडे करियर:
धोनी ने 350 वनडे मैच खेले और 10773 रन बनाए, जिसमें 10 शतक शामिल हैं। उनका सबसे यादगार पल था 2011 वर्ल्ड कप फाइनल, जिसमें उन्होंने 91 रन* बनाकर भारत को जीत दिलाई।
टी20 अंतरराष्ट्रीय:
धोनी ने 98 टी20आई मैच खेले, जिसमें 1617 रन बनाए। उन्होंने इस प्रारूप में 116 चौके और 52 छक्के लगाए।
कप्तानी रिकॉर्ड:
धोनी ने सभी प्रारूपों में भारत की कप्तानी की और 2007 टी20 वर्ल्ड कप, 2011 वनडे वर्ल्ड कप और 2013 चैंपियंस ट्रॉफी में टीम को चैंपियन बनाया। साथ ही उन्होंने भारत को 2009 में टेस्ट रैंकिंग में नंबर 1 पर पहुँचाया।
2007 – टी20 विश्व कप विजेता कप्तान
2011 – वनडे विश्व कप विजेता कप्तान
2013 – चैंपियंस ट्रॉफी विजेता कप्तान
2009 – भारत को पहली बार टेस्ट रैंकिंग में शीर्ष स्थान दिलाया
धोनी की प्रतिक्रिया:
“आईसीसी हॉल ऑफ फेम में नामित होना मेरे लिए बहुत बड़े सम्मान की बात है। यह उन क्रिकेटरों की सूची है जिन्होंने पीढ़ियों तक इस खेल में योगदान दिया है। इस सूची में अपना नाम पाकर मैं गौरवान्वित महसूस कर रहा हूँ और यह मेरे लिए हमेशा यादगार रहेगा।”
धोनी की शुरुआत:
धोनी ने 2004 में अपने करियर की शुरुआत की थी, जब वह अपने पहले वनडे मैच में शून्य पर आउट हुए थे। लेकिन 2005 में पाकिस्तान के खिलाफ 148 रन बनाकर उन्होंने खुद को साबित किया। इसके बाद उन्होंने श्रीलंका के खिलाफ 183 रन की पारी खेली, जो कि विकेटकीपर के रूप में वनडे में सर्वाधिक स्कोर है।
धोनी का यह सम्मान न केवल उनके आँकड़ों का, बल्कि उनकी नेतृत्व क्षमता, शांत स्वभाव, और भारतीय क्रिकेट में योगदान का प्रतीक है।