
लद्दाख में जारी आंदोलन के प्रमुख नेता सोनम वांगचुक की गिरफ्तारी के खिलाफ सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होने जा रही है। वांगचुक की पत्नी गीतांजलि अंगमों ने कोर्ट में याचिका दायर कर उनकी गिरफ्तारी को गैरकानूनी बताते हुए तत्काल रिहाई की मांग की है। याचिका में यह आरोप लगाया गया है कि यह गिरफ्तारी अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता का उल्लंघन है और उनके पति की सुरक्षा खतरे में है। घटना 24 सितंबर की है, जब लद्दाख में राज्य का दर्जा देने और छठी अनुसूची में शामिल करने की मांग को लेकर आंदोलन चल रहा था। इस दौरान हिंसा भड़क उठी, जिसमें चार लोगों की मौत हुई और दर्जनों घायल हुए। इस प्रदर्शन में वांगचुक हड़ताल पर थे।
प्रशासन ने वांगचुक पर लोगों को भड़काने और बरगलाने का आरोप लगाते हुए उन्हें राष्ट्रीय सुरक्षा कानून (एनएसए) के तहत गिरफ्तार किया। 26 सितंबर को उन्हें राजस्थान की जोधपुर सेंट्रल जेल में भेजा गया। याचिका में यह भी कहा गया है कि एक सप्ताह से अधिक समय से उनके पति की स्थिति के बारे में कोई जानकारी नहीं दी गई है और न ही पुलिस या स्थानीय प्रशासन ने इस पर स्पष्ट जवाब दिया है। सुनवाई के दौरान सुप्रीम कोर्ट इस मामले पर विचार करेगा और वांगचुक को अदालत में पेश करने का आदेश दे सकता है, जिससे उनकी सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।




