
पश्चिम बंगाल के सीमावर्ती जिले मुर्शिदाबाद में एक बार फिर बम बरामदगी ने सनसनी फैला दी है। वोटर लिस्ट के विशेष संशोधन (SIR) की प्रक्रिया शुरू होने के महज दो दिनों के भीतर पुलिस और बीएसएफ की संयुक्त टीम ने जिले के कई इलाकों से करीब 150 देसी बम बरामद किए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, यह कार्रवाई ड्रोन निगरानी और बम स्क्वाड की तत्परता से संभव हो सकी। जिले के खारग्राम, सामशेरगंज, डोमकल और लालगोला इलाकों में चलाए गए सर्च ऑपरेशन के दौरान ये बम बरामद किए गए। पुलिस ने बताया कि बरामद बमों में से कई को पहले ही निष्क्रिय कर दिया गया है, जबकि कुछ की जांच अब भी जारी है।
खारग्राम क्षेत्र में एक मदरसा से जुड़े व्यक्ति के घर से 9 जिंदा बम मिलने के बाद सुरक्षा एजेंसियों में हड़कंप मच गया। वहीं, कांदी उपमंडल के सालार थाने के अंतर्गत छह और बम बरामद किए गए हैं। इस मामले में एक व्यक्ति को गिरफ्तार भी किया गया है।
पुलिस का मानना है कि बरामद बम स्थानीय राजनीतिक प्रतिद्वंद्विता या अवैध तस्करी नेटवर्क से जुड़े हो सकते हैं। हालांकि, सुरक्षा एजेंसियां इसे सीमा पार गतिविधियों से भी जोड़कर देख रही हैं क्योंकि यह इलाका भारत-बांग्लादेश सीमा के करीब है।
मुर्शिदाबाद लंबे समय से चोराचालान, बांग्लादेशी घुसपैठ और राजनीतिक हिंसा के कारण संवेदनशील माना जाता है। बीते महीने डोमकल इलाके में दो अलग-अलग बम विस्फोटों में दो लोगों की मौत के बाद जिला प्रशासन पहले से ही अलर्ट पर था।
पुलिस अधिकारी ने बताया, “यह सिर्फ बरामदगी नहीं, बल्कि यह पता लगाने की कोशिश है कि आखिर ये बम किस मकसद से बनाए जा रहे थे। सीमा पार नेटवर्क की भूमिका से भी इंकार नहीं किया जा सकता।”



