पड़ोसी देशों में सैन्य महाशक्ति की दौड़ — अमेरिका-पाकिस्तान मिसाइल डील और चीन-बांग्लादेश विमान सौदा!!

भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक और कूटनीतिक तनातनी जारी है, वहीं बांग्लादेश की अंतरिम सरकार भी अपदस्थ प्रधानमंत्री शेख हसीना के मुद्दे को लेकर भारत पर निशाना साध रही है। ऐसे माहौल में दोनों देश अपनी सैन्य क्षमताओं को बढ़ाने की दिशा में कदम उठा रहे हैं। पाकिस्तान को अमेरिका से AIM-120 AMRAAM मिसाइलें मिलने की संभावना है, जबकि चीन बांग्लादेश को जे-10सीई लड़ाकू विमान देने पर विचार कर रहा है। हालांकि इस पर अभी तक आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
अमेरिका-पाकिस्तान संबंध
एक रिपोर्ट के अनुसार, अमेरिकी युद्ध विभाग (DoW) ने हाल ही में हथियार बिक्री के एक अनुबंध में पाकिस्तान का नाम शामिल किया है। इस अनुबंध में कई देशों को AIM-120 AMRAAM मिसाइलें दी जाएंगी, जिसमें पाकिस्तान भी शामिल है। हालांकि अभी यह स्पष्ट नहीं है कि पाकिस्तान को कितनी मिसाइलें मिलेंगी, लेकिन इस खबर ने पाकिस्तानी वायुसेना के एफ-16 बेड़े को अपग्रेड करने की चर्चा को गति दी है।
चीन-बांग्लादेश सौदा
दूसरी ओर, बांग्लादेश ने चीन से 20 जे-10सीई लड़ाकू विमानों की खरीद पर योजना बनाई है, जिसका अनुमानित मूल्य 2.2 अरब अमेरिकी डॉलर है। इस सौदे में प्रशिक्षण, रखरखाव और अन्य संबंधित खर्च भी शामिल होंगे। यह डील 2026 और 2027 में बांग्लादेशी वायुसेना के आधुनिकीकरण और हवाई सुरक्षा क्षमता बढ़ाने के लिए क्रियान्वित होने की संभावना है। अभी तक इस पर कोई आधिकारिक घोषणा नहीं की गई है।
वैश्विक राजनीतिक परिप्रेक्ष्य
2020 में गलवान संघर्ष के बाद भारत और चीन के रिश्तों में तनाव बढ़ा था, लेकिन हाल ही में दोनों देशों ने इसे कम करने की कोशिशें की हैं। अगस्त में शंघाई सहयोग संगठन (SCO) सम्मेलन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग की मुलाकात इसी दिशा में एक कदम थी।
वहीं, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने भारत पर 50% टैरिफ लगाने की घोषणा की है, जिससे भारत-पाकिस्तान-चीन के बीच व्यापार और सैन्य संतुलन पर असर पड़ सकता है। अमेरिका ने जी-7 देशों से अपील की है कि रूस से तेल खरीदने वाले देशों पर भारी टैरिफ लगाया जाए, जो वैश्विक सुरक्षा और आर्थिक समीकरणों को और जटिल बना सकता है।




