लालबागचा राजा का पहला दर्शन, गणेश चतुर्थी की धूम की तैयारी!!

लालबागचा राजा का पहला दर्शन, गणेश चतुर्थी की धूम की तैयारी
मुंबई के सबसे प्रसिद्ध गणपति, लालबागचा राजा का बहुप्रतीक्षित पहला दर्शन शनिवार को श्रद्धालुओं के लिए कर दिया गया। आगामी गणेश चतुर्थी, जो बुधवार 27 अगस्त से शुरू हो रही है, से पहले भगवान गणेश अपने भव्य सिंहासन पर विराजमान होकर भक्तों को आशीर्वाद देते नजर आए।
लालबागचा राजा की मूर्ति की देखरेख पिछले आठ दशकों से कांबली परिवार कर रहा है। यह प्रसिद्ध प्रतिमा लालबागचा राजा सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल द्वारा स्थापित की जाती है, जिसकी शुरुआत 1934 में हुई थी।
गणेश चतुर्थी का यह 10 दिवसीय पर्व भगवान गणेश के जन्मोत्सव के रूप में पूरे देश में बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। मान्यता है कि इस अवधि में भगवान गणेश अपनी माता देवी पार्वती के साथ पृथ्वी पर पधारते हैं।
इस वर्ष गणेश उत्सव 27 अगस्त से शुरू होकर 2 सितंबर तक चलेगा। इसे ‘विनायक चतुर्थी’ या ‘विनायक चविथी’ भी कहा जाता है। इस दौरान श्रद्धालु घरों में गणपति की स्थापना करते हैं, उपवास रखते हैं, प्रसाद और मिठाइयाँ बनाते हैं तथा शहरभर में लगे विशाल पंडालों के दर्शन करते हैं।
त्योहार का समापन भव्य विसर्जन के साथ होता है, जब ढोल-ताशों और गगनभेदी नारों के बीच गणपति बप्पा की प्रतिमाएं जलाशयों में विसर्जित की जाती हैं।
मुंबई में इस बार करीब 14,000 मंडलों में गणेशोत्सव आयोजित किया जाएगा, जिनमें से 8,000 पंजीकृत हैं। बृहन्मुंबई सार्वजनिक समन्वय समिति पिछले 44 वर्षों से इस पर्व को नगर निगम, पुलिस और यातायात विभाग के साथ मिलकर आयोजित कर रही है। समिति के अध्यक्ष नरेश दहीभाकर ने बताया कि राज्य सरकार द्वारा दिए गए 11 करोड़ रुपये के अनुदान को अपर्याप्त माना जा रहा है।
उन्होंने कहा, “मंडल सालभर समाज सेवा में सक्रिय रहते हैं और हर संकट की घड़ी में आगे आते हैं। अगर सरकार ने हमें निर्णय प्रक्रिया में शामिल किया होता तो यह हमारे काम को और प्रोत्साहन देने जैसा होता।”



