
उत्तरकाशी: अक्षय तृतीया के पावन अवसर पर आज उत्तराखंड में पवित्र गंगोत्री और यमुनोत्री धाम के कपाट विधिवत रूप से खोल दिए गए, जिसके साथ ही चार धाम यात्रा 2025 की आधिकारिक शुरुआत हो गई। हिमालय की गोद में स्थित यह यात्रा श्रद्धालुओं के लिए एक आध्यात्मिक और धार्मिक अनुभव का प्रतीक है।
गंगा माता की पालकी ने शीतकालीन प्रवास के बाद मुकबा गांव से गंगोत्री धाम की ओर यात्रा की। मंगलवार को पालकी भैरवघाटी के भैरव मंदिर में रात्रि विश्राम के लिए रुकी थी, और आज प्रातः वैदिक मंत्रोच्चार के बीच सुबह 10:30 बजे गंगोत्री धाम के कपाट खोले गए।
इसी तरह, मां यमुना की पालकी भी खरसाली से रवाना होकर यमुनोत्री धाम पहुंची, जहाँ सुबह 11:55 बजे कपाट खोले गए।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने इस अवसर पर श्रद्धालुओं को शुभकामनाएं दीं और कहा कि यह यात्रा सनातन संस्कृति की आस्था, भक्ति और भावना का अद्भुत संगम है। उन्होंने कहा, “राज्य सरकार की ओर से चार धाम यात्रा में आने वाले सभी श्रद्धालुओं का स्वागत एवं अभिनंदन है। हमारी कामना है कि मां गंगा और मां यमुना का आशीर्वाद सभी पर बना रहे।”
केदारनाथ धाम के कपाट आगामी शुक्रवार को और बद्रीनाथ धाम के कपाट रविवार को श्रद्धालुओं के लिए खोले जाएंगे।
हर वर्ष की तरह इस बार भी चार धाम यात्रा यमुनोत्री, गंगोत्री, केदारनाथ और बद्रीनाथ से होते हुए सनातन आस्था की दिशा में आगे बढ़ेगी।