
उत्तराखंड: भारी बारिश के अलर्ट के बीच चारधाम यात्रा 24 घंटे के लिए स्थगित, बादल फटने से 9 श्रमिक लापता
उत्तराखंड में हो रही लगातार भारी बारिश और बादल फटने की घटना के चलते चारधाम यात्रा को 24 घंटे के लिए स्थगित कर दिया गया है। यह फैसला एहतियातन तौर पर लिया गया है ताकि यात्रियों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
गढ़वाल मंडल आयुक्त विनय शंकर पांडे ने समाचार एजेंसी ANI से बातचीत में बताया कि यात्रा को अस्थायी रूप से रोका गया है, और उन्होंने पुलिस व प्रशासन को निर्देश दिए हैं कि यात्रियों को हरिद्वार, ऋषिकेश, श्रीनगर, रुद्रप्रयाग, सोनप्रयाग और विकासनगर में ही रोका जाए।
यह निर्णय उस समय लिया गया जब उत्तरकाशी जिले के बारकोट-यमुनोत्री मार्ग पर सिलाई बैंड क्षेत्र में बादल फटने की घटना सामने आई, जिससे निर्माणाधीन होटल साइट पर काम कर रहे 8-9 मजदूर लापता हो गए।
उत्तरकाशी के जिलाधिकारी प्रशांत आर्य ने पुष्टि की कि बलिगढ़ में बादल फटने से होटल साइट को भारी नुकसान हुआ है। उन्होंने कहा, “निर्माण स्थल पर रह रहे 8-9 मजदूर लापता हैं।” इस घटना से यमुनोत्री मार्ग भी बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
घटना के बाद NDRF, SDRF और पुलिस की टीमें तुरंत मौके पर भेजी गईं और बचाव एवं खोज अभियान जारी है।
उत्तराखंड आपदा प्रबंधन विभाग के सचिव विनोद कुमार सुमन ने भी इस घटना की पुष्टि करते हुए बताया कि सरकार स्थिति पर करीबी नजर रखे हुए है और सभी जरूरी निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिए जा चुके हैं ताकि क्षेत्र में लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके।
शनिवार को हुई भारी बारिश के चलते राज्य भर में यातायात और जनजीवन बुरी तरह प्रभावित हुआ। चमोली पुलिस ने X (पूर्व में ट्विटर) पर जानकारी दी कि, “बदरीनाथ राष्ट्रीय राजमार्ग नंदप्रयाग और भनेरपानी के पास अवरुद्ध है। मार्ग को खोलने का कार्य जारी है।”
यह राजमार्ग केदारनाथ जाने वाले तीर्थयात्रियों के लिए एक महत्वपूर्ण मार्ग है, ऐसे में इसके सुचारू संचालन के लिए प्रशासन पूरी कोशिश में जुटा है।
इसी बीच, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने राज्यवासियों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की है, क्योंकि आगामी 24 घंटों में पहाड़ी और कुछ मैदानी क्षेत्रों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है।



