चमोली: थराली क्षेत्र में बादल फटने से तबाही, एक व्यक्ति की मौत की आशंका, कई इलाकों में जलभराव!!

चमोली: थराली क्षेत्र में बादल फटने से तबाही, एक व्यक्ति की मौत की आशंका, कई इलाकों में जलभराव
चमोली ज़िले के थराली क्षेत्र में शुक्रवार रात भीषण बादल फटने की घटना हुई, जिसमें एक व्यक्ति के मौत की आशंका जताई जा रही है और कई इलाके जलमग्न हो गए।
सड़कें अवरुद्ध हो गई हैं, घरों और दुकानों को नुकसान पहुँचा है और राहत-बचाव अभियान लगातार जारी है। एसडीआरएफ, जिला प्रशासन और पुलिस मौके पर मौजूद हैं। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने कहा कि वह स्थिति पर लगातार नज़र बनाए हुए हैं।
राहत व बचाव कार्य जारी
बाढ़ का पानी बाज़ारों और गलियों में घुस गया, जिससे कई वाहन और मकान मलबे में दब गए। जिलाधिकारी डॉ. संदीप तिवारी ने बताया कि “पुलिस और प्रशासन की टीमें राहत कार्यों में सक्रिय रूप से जुटी हुई हैं।”
सीमांत सड़क संगठन (बीआरओ) अवरुद्ध मार्गों को खोलने में जुटा है। एहतियात के तौर पर स्कूल और आंगनबाड़ी केंद्र बंद कर दिए गए हैं।
लगातार बढ़ती बादल फटने की घटनाएँ चिंता का विषय
चमोली ज़िले में हाल के वर्षों में बार-बार बादल फटने की घटनाएँ हो रही हैं, जिससे जान-माल का नुकसान और व्यापक अव्यवस्था देखी गई है। विशेषज्ञों का कहना है कि इसका कारण नाज़ुक पर्वतीय पारिस्थितिकी और बदलते वर्षा पैटर्न हैं।
ये बार-बार की त्रासदियाँ इस बात को रेखांकित करती हैं कि उत्तराखंड के संवेदनशील पहाड़ी क्षेत्रों में बेहतर आपदा प्रबंधन और टिकाऊ विकास नीतियों की अत्यधिक आवश्यकता है।
प्राकृतिक आपदाएँ हमें हमेशा इंसान और प्रकृति के बीच के नाज़ुक संतुलन की याद दिलाती हैं। जहाँ एक ओर राहत टीमें लगातार मेहनत कर रही हैं, वहीं हमें दीर्घकालिक जलवायु लचीलापन और सामुदायिक सुरक्षा पर भी ध्यान देना होगा।




